रांची के कई लोगों को अयोध्या में आयोजित समारोह में शामिल होने का मिला सौभाग्य
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर शुभ संस्कार क्रिएटिव डांस अकादमी की निदेशक शालीना चतुर्वेदी को आमंत्रित किया गया था. खास बात है कि इस दल में आदिवासी बच्चियां भी हैं, जिनकी कला प्रतिभा देख सभी भावविभोर हो उठे.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव का ज्वार झारखंड में भी है. राजधानी रांची भी राममय है. अयोध्या राम आगमन की तैयारी में सज-धज कर तैयार है, तो इस अलौकिक नगरी के दर्शन का सुख रांचीवासियों को भी मिलने वाला है. अयोध्या में हो रहे आयोजन में शामिल होने का सौभाग्य दर्जनों लोगों को मिला है. ये लोग ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनेंगे. राम जन्मभूमि की पावन धरती को नमन करने पहुंचेंगे. जनजातीय समाज के कई लोगों को भी न्योता मिला है.
शालीना ने अयोध्या धाम में नृत्य नाटिका की दी प्रस्तुति
रांची. अयोध्या धाम में रांची की शालीना चतुर्वेदी और दल ने नृत्य नाटिका की बेजोड़ प्रस्तुति दी. उनके दल में रोबिना प्रीति, रश्मि मिंज, वैष्णवी, शिवांगी, मनीषा और ऋतुजा शामिल थीं. शालीना चतुर्वेदी के नेतृत्व में सूर्यकांत त्रिपाठी निराला द्वारा रचित राम की शक्ति पूजा पर नृत्य नाटिका की मनमोहक प्रस्तुति दी. इस टीम की दूसरी प्रस्तुति कथा लेखिका ऋता शुक्ल के गीत राम कथा पर आधारित नृत्य नाटिका थी. इनकी प्रस्तुति की लाखों दर्शकों ने मुक्त कंठ से सराहना की. पूरा पंडाल जयश्री राम के नारों से गूंज उठा. देश के जाने-माने संतों और आध्यात्मिक विद्वानों ने शालीना चतुर्वेदी और उनके दल को आशीर्वाद दिया. इस अवसर पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी उपस्थित थे. उल्लेखनीय यह है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर शुभ संस्कार क्रिएटिव डांस अकादमी की निदेशक शालीना चतुर्वेदी को आमंत्रित किया गया था. खास बात है कि इस दल में आदिवासी बच्चियां भी हैं, जिनकी कला प्रतिभा देख सभी भावविभोर हो उठे. शालीना ने कहा कि यह पूरे झारखंड के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है.
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रामलला के दर्शन को अयोध्या हो चुके हैं रवाना
आरएसएस के क्षेत्रीय संघ चालक देवव्रत पाहन पत्नी दमयंति पाहन के साथ रामलला के दर्शन के लिए शुक्रवार रात अयोध्या के लिए रवाना हो चुके हैं. उन्हें राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास की ओर से आमंत्रित किया गया है. वे कहते हैं : यह वर्षों के संघर्ष की जीत का उत्सव है. राम जन्मभूमि में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हमारे पूर्वजों के योगदान का परिणाम है. ट्रेन मार्ग से रामलला की नगरी पहुंचना हमें बेहद उत्साहित कर रहा है.
संतों का जत्था अयोध्या धाम पहुंचा
रांची. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए झारखंड से संतों का जत्था अयोध्या धाम पहुंच गया है. अयोध्या पहुंचनेवालों में महंत गोकुल दास, स्वामी दिव्यानंद, जमशेदपुर के दिव्यानंद सरस्वती, लोहरदगा के कृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, गिरिडीह की साध्वी मां ज्ञानानंद आदि शामिल हैं. इसके अलावा विहिप के धर्माचार संपर्क प्रमुख युगल किशोर, क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल, पारस मिश्रा, सुमन कुमार सिंह, लक्ष्मण कुमार और श्रीराम जानकी तपोवन मंदिर के महंत ओमप्रकाश शरण भी अयोध्या गये हैं.
रामलला को साक्षात देख जीवन सफल हो जायेगा
हरमू निवासी 35 वर्षीय संतोष मिश्रा श्रीराम के भक्त हैं. किशोरगंज स्थित राम मंदिर में पूजा-पाठ करते हैं. उनका मन प्रभु राम में ही बसता है. रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर घर-घर अयोध्या का संकल्पित अक्षत वितरित किया. खास बात है कि प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या धाम भी जा रहे हैं. यह अवसर उन्हें हरमू मंदिर के महंत मंगलदास के माध्यम से मिला है, जिन्हें ट्रस्ट की ओर से आमंत्रित किया गया है. संतोष मिश्रा कहते हैं : रामलला को साक्षात देख जीवन सफल हो जायेगा. इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए उत्सुक हूं. यह सब प्रभु राम की कृपा से ही संभव हो रहा है.
संतोष सोनी और चंदा सोनी को मिला सौभाग्य
अयोध्या में श्रीराम महायज्ञ और रामकथा के यजमान बनने का सौभाग्य रांची के संतोष सोनी और उनकी पत्नी चंदा सोनी को मिला है. इस महायज्ञ में देशभर के 501 जोड़े शामिल हो रहे हैं. खास बात है कि झारखंड से संतोष सोनी और उनकी पत्नी को अवसर मिला है. यह महायज्ञ 14 जनवरी से शुरू है, जिसका समापन 22 जनवरी को होगा. पति-पत्नी नौ दिनों तक उपवास में रहेंगे. संतोष सोनी कहते हैं : इस महायज्ञ में जाने का अवसर रांची के आचार्य दिवाकर पाठक के माध्यम से प्राप्त हुआ. यह अवसर बहुत बड़ा सौभाग्य है. क्योंकि राम ही मेरे सब कुछ हैं. राम में ही मेरा जीवन है. राम धाम जाकर जीवन सफल हो गया है.
विशेष अतिथि का मिला है आमंत्रण
जनजातीय सुरक्षा मंच के प्रांत टोली सदस्य मेघा उरांव अपने दो मित्रों मनोज लेचांगी और सुशील उरांव के संग शुक्रवार को अयोध्या धाम के लिए रवाना हो गये. उन्हें ट्रस्ट की ओर से विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. अच्छा लग रहा है कि पूरे देश से जनजातीय समाज को इस ऐतिहासिक दिन का साक्षी बनने के लिए बुलाया गया है. सौभाग्य की बात है कि 22 जनवरी को अपने रामलला का दर्शन कर पायेंगे.
महिलाओं का जत्था पहुंचा अयोध्या
दुर्गा वाहिनी मातृशक्ति से जुड़ी महिलाओं का जत्था अयोध्या पहुंच चुका है. बबीता वर्मा सिंह, बीना मिश्रा और समृद्धि कुमारी अयोध्या धाम में राम नाम जप रही हैं. बबीता कहती हैं : ट्रस्ट की ओर से सेवा कार्य और व्यवस्था संभालने के लिए बुलाया गया है. राम की नगरी का आनंद ही कुछ और हैं. ऐसा लग रहा, जैसे प्रभु़ राम स्वयं हमें निहार रहे हैं. संकल्पित अक्षत को घर-घर पहुंचाने के लिए अपने हाथों से पोटली बनायी है. साथ ही राम ध्वज बनाकर भक्तों के बीच नि:शुल्क वितरण किया. खास बात है कि रामनवमी पर तपोवन मंदिर में हर वर्ष इनके हाथ का बना ध्वज ही सजता है. 22 जनवरी को भी तपोवन मंदिर में इनका बनाया ध्वज लहरायेगा.