देवघर : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा के बाद हुए हंगामे में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री निर्मल झा उर्फ मंटू समेत करीब दो दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्ध बाबा मंदिर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी दर्ज होते ही मामले की जांच शुरू हो गयी है. हंगामे के दौरान दंडाधिकारी के तौर पर मौजूद जिला सांख्यिकी पदाधिकारी कमलेश कुमार, श्रम अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह और जिला उद्यान पदाधिकारी यश राज की लिखित शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है. दर्ज प्राथमिकी में निर्मल झा सहित सभी अज्ञात के खिलाफ सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने, नाजायज मजमा बनाकर धक्का-मुक्की कर सुरक्षा घेरा तोड़ने, पुलिस-प्रशासन को गाली-गलौज करने, भीड़ को उकसाने और विधि-व्यवस्था को भंग करने का आरोप लगाया गया है.
शिकायत में तीनों दंडाधिकारियों ने जिक्र किया है कि राहुल गांधी के आगमन को लेकर विधि-व्यवस्था के लिए डीसी के निर्देश पर उनको क्रमश: फिलपाया, निकास द्वार और गर्भ गृह में प्रतिनियुक्त किया गया था. राहुल गांधी को पूजा कराने के लिए पुजारी के रूप में श्रीनाथ पंडित उर्फ पिंकू महाराज, लंबोदर परिहस्त, संजय झा, गुलाब शृंगारी और सुनील तनपुरिये को ही प्रवेश करने की अनुमति प्राप्त थी. श्री गांधी के आगमन के बाद दोपहर 2:30 बजे उन्हें फिलपाया से प्रवेश कराया गया.
वहीं, अन्य लोगों को प्रवेश करने से रोका गया, तो निर्मल झा उर्फ मंटू, जो कि पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री हैं, के साथ करीब दो दर्जन अज्ञात उपद्रवियों ने फिलपाया एवं निकास द्वार से प्रवेश करने के लिए जबरदस्ती की. निकास द्वार पर भी नाजायज मजमा बनाकर धक्का-मुक्की कर सुरक्षा घेरा को तोड़ने की कोशिश की गयी. मना करने पर पुलिस-प्रशासन और दंडाधिकारियों को गाली-गलौज व धमकी दी गयी. साथ ही उनलोगों ने भीड़ को उकसाया एवं विधि-व्यवस्था को भंग करने का प्रयास किया. सांसद राहुल गांधी को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें उपद्रवियों द्वारा सेंध लगाने की कोशिश की गयी. इस वजह से निकास द्वार पर करीब 08-10 मिनट तक श्री गांधी को रोके रखना पड़ा.