रांची : भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ एक वायरल वीडियो और बड़हरवा प्रकरण को लेकर मोर्चा खोला है़ भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के मंत्री आलमगीर आलम ठेका मैनेज कर रहे है़ं नेता द्वय ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सोरेन मंत्री आलमगीर से इस्तीफा मांगे़ं विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कहा है कि मंत्री आलमगीर आलम और बरहेट विधानसभा से आपके प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का धमकी भरा वीडियो वायरल हुआ है़ यह काफी गंभीर मामला तो है ही, साथ ही राज्य सरकार के माथे पर एक दाग भी है़ मंत्री सत्ता की ताकत का दुरुपयोग कर ठेका-पट्टा मैनेज करा कर सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे है़ं
सरकार के मंत्री और आपके प्रतिनिधि ने इस मामले में सत्ता का धौंस जमा कर क्षेत्र में खौफ पैदा करने की कोशिश की है. पहले तो मंत्री और प्रतिनिधि ने ठेकेदार को टेंडर में भाग नहीं लेने की धमकी दी, फिर पुलिस-प्रशासन के सहयोग से ठेकेदार को बंदोबस्ती स्थल तक नहीं पहुंचने देने का प्रयास किया गया़ श्री मरांडी ने कहा है कि मुख्यमंत्री पारदर्शी शासन का दंभ भरते है़ं मंत्री को अविलंब गिरफ्तार कर जेल में डाला जाना चाहिए़
मामले की न्यायिक जांच हो : मरांडी ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश से करानी चाहिए़ इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि छह महीने के भीतर ही हेमंत सरकार का चेहरा सामने आ गया़ यह सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूब चुकी है़
दबाव में नहीं झुकेगी सरकार : कांग्रेस : प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने साहिबगंज जिले में वाहन पार्किंग का टेंडर विवाद को राजनीतिक रूप देने के लिए भाजपा नेताओं को जिम्मेवार ठहराया है. कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नेतृत्व में चल रही यूपीए सरकार किसी भी दबाव में आकर नहीं झुकेगी. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव व डॉ राजेश गुप्ता ने कहा कि पार्टी विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम एक जनप्रतिनिधि हैं. सार्वजनिक जीवन में रहने के कारण कोई भी व्यक्ति उन्हें फोन कर सकता है.
श्री आलम को भी एक ठेकेदार ने फोन कर टेंडर में सहयोग करने का आग्रह किया, लेकिन मंत्री आलमगीर आलम ने साफ कह दिया कि क्षेत्र के 50-60 से अधिक लोग उनसे मिलने आये हैं और स्थानीय लोगों ने काम देने का आग्रह किया है. जो लोग उनसे मिलने आये थे, वे लोग पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे. उनके फोन से स्थानीय जनप्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने बात की थी और किसी तरह की कोई गलत या आपत्तिजनक बात नहीं हुई थी.
posted by : Pritish Sahay