बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर बोला हमला, कमाई को छिपाने के लिए दूसरे के नाम से ली जमीन

हेमंत सोरेन ने अपनी काली कमाई को छिपाने के लिए जमीन में पैसे को इन्वेस्ट करने का तरीका अपनाया. बरियातू स्थित पत्थर की चहारदीवारी से घिरी 8.5 एकड़ जमीन को हेमंत सोरेन ने किसी और के नाम से खरीदा.

By Prabhat Khabar News Desk | February 7, 2024 3:29 AM

रांची : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सोरेन ने काली कमाई को छिपाने के लिए दूसरे के नाम से जमीन ली. उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार को आदतन गड़बड़ करने की फितरत है. जैसा वर्तमान है, उनके परिवार का अतीत भी वैसा ही है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में श्री मरांडी ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए चौकीदार संतोष मुंडा का वीडियो जारी किया. इसमें संतोष मुंडा ने बताया कि बरियातू रांची स्थित 8.5 एकड़ जमीन हेमंत सोरेन की है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन अभी इडी की कस्टडी में हैं, लेकिन चंपाई सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर भाषण करते हुए ऐसा बोल रहे थे, जैसे उन्होंने कुछ गलत किया ही नहीं. चुनौती देते हुए राजनीति से संन्यास लेने तक की बात कर रहे थे.

कहा कि कोई चोर चोरी पकड़े जाने पर स्वीकार नहीं करता. हेमंत सोरेन ने अपनी काली कमाई को छिपाने के लिए जमीन में पैसे को इन्वेस्ट करने का तरीका अपनाया. बरियातू स्थित पत्थर की चहारदीवारी से घिरी 8.5 एकड़ जमीन को हेमंत सोरेन ने किसी और के नाम से खरीदा. कहा कि इसी के कारण इस मामले की जांच मनी लांड्रिंग के तहत की जा रही. अन्यथा नाम से होने पर इसकी जांच आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की धाराओं के तहत होती. उन्होंने इसे और स्पष्ट करते हुए कहा कि 7 अगस्त 2023 को जब इडी ने हेमंत सोरेन को पहला समन करते हुए 14 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया. स्वतंत्रता दिवस समारोह के कारण वो हाजिर नहीं हुए, लेकिन इडी की कार्रवाई को भांप गये.

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16 अगस्त 23 को राजकुमार पाहन नामक व्यक्ति ने आवेदन किया कि उपर्युक्त जमीन उनके अधीन है और दूसरे अधिकृत व्यक्ति का नाम इस जमीन से खारिज किया जाये. उसी दिन पत्र क्षेत्रीय अधिकारी के पास पहुंच जाता है. नौ जनवरी 2024 को एसएआर अधिकारी ने सीआइ से रिपोर्ट मांगी और 11 जनवरी 2024 को सीआइ की रिपोर्ट से पता चला कि संतोष पाहन वहां पांच छह साल से परिवार के साथ रह रहा है. जमीन का खतियान पाहन परिवार के नाम दर्ज है. जमीन भुइहरी है, बेची नही जा सकती है. साथ ही यह भी पता चला कि पंजी संभवतः इडी को हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर भी मिले हैं.

नाम बदल कर सोरेन परिवार ने खरीदें हैं जमीन

उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार के द्वारा जमीन लूट का यह एक नमूना है. नाम बदल कर भी शिबू सोरेन परिवार ने जमीन खरीदे हैं. हेमंत सोरेन हेमंत कुमार सोरेन बन गये. शिबू सोरेन को शिव सोरेन बना दिया. दुर्गा सोरेन को दुर्गा प्रसाद सोरेन बना दिया. कहा कि दुमका के खजुरिया में हेमंत सोरेन का विशाल बंगले की बाउंड्री के भीतर आधी जमीन का मालिकाना हक योगेंद्र तिवारी के नाम है. कहा कि सोरेन परिवार की ऑन रिकॉर्ड 108 संपत्ति का मामला अलग है. जब इनके भ्रष्टाचार, लूट की परत खुल रही तो हेमंत सोरेन बौखलाहट में हैं.

जेएसएससी परीक्षा की सीबीआइ जांच हो

श्री मरांडी ने जेएसएससी परीक्षा में हुए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की सीबीआइ जांच कराने की मांग की. कहा कि हम सीबीआइ जांच करा कर ही दम लेंगे. यह छह लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है. राज्य सरकार पीड़ित छात्रों पर मुकद्दमा दर्ज करा रही, जबकि उसे जेएसएससी के अध्यक्ष और परीक्षा संचालित करने वाली एजेंसी पर मुकदमा दर्ज करना चाहिए.

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