रांची : जेपीएससी और झारखंड एकेडमिक काउंसिल दोनों ही महत्वपूर्ण आयोग में अध्यक्ष का पद खाली है. जेपीएससी चेयरमैन का अध्यक्ष का पद तो बीते 6 माह से खाली है. जबकि जैक अध्यक्ष का कार्यकाल भी हाल ही खत्म हुआ है. अब इस मामले में बाबूलाल मरांडी ने भी राज्य सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि छात्र हित और रोजगार सृजन किसी भी सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. लेकिन छात्रों का दुर्भाग्य है कि ऐसी अनिश्चितता का सामना करना पड़ा रहा है.
लाखों छात्रों का भविष्य अधर में : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि जैक अध्यक्ष का पद खाली होने के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. करीब 21 लाख छात्र, जिनकी मैट्रिक- इंटर और अन्य बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर होनी चाहिए थीं, वो जैक अध्यक्ष का पद रिक्त होने की वजह से बाधित हो सकती है. यदि समय पर परीक्षाएं नहीं हुईं, तो छात्रों को अगले शिक्षण सत्र में नामांकन लेने में भी काफी परेशानी होगी.
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बाबूलाल ने की हेमंत सोरेन से रिक्त पदों पर नियुक्ति करने की मांग
बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा कि इसी तरह JPSC अध्यक्ष का पद भी पिछले वर्ष अगस्त से रिक्त है, जिससे कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं लंबित हैं. हजारों अभ्यर्थी मानसिक और आर्थिक दबाव में हैं. वर्षों की मेहनत और तैयारी के बावजूद ये अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि वे जल्द से जल्द रिक्त पदों पर नियुक्ति सुनिश्चित करें.