बाबूलाल मरांडी को भाजपा ने नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. उनकी पहचान एक बेहतर संगठनकर्ता के रूप में रही है. एकीकृत वनांचल के कालखंड से लेकर वर्तमान दौर में बाबूलाल मरांडी ने अपने तौर, तरीके और तेवर से पार्टी को जमीनी स्तर पर खड़ा किया है. भाजपा के नव-नियुक्त अध्यक्ष श्री मरांडी से ‘प्रभात खबर’ के ब्यूरो प्रमुख आनंद मोहन ने बातचीत की.
नयी जवाबदेही के लिए बधाई. आनेवाले समय में हम भाजपा में किस तरह के बदलाव देखेंगे?
सबसे पहले तो मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष सहित तमाम राष्ट्रीय नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया और महत्वपूर्ण जवाबदेही सौंपी. मेरी कोशिश होगी कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उस पर मैं खरा उतरूं. जहां तक बदलाव की बात है, तो पूरी पार्टी मिलकर काम करती है. मेरे लिए संगठन सबसे ऊपर है. पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता पूरी मेहनत के साथ काम कर रहे हैं. सांगठनिक कामकाज बेहतर हुआ है.
आप सरकार पर हमलावर हैं. सरकार के खिलाफ किस तरह की मोर्चाबंदी करेंगे?
मैंने हेमंत सोरेन सरकार को सचेत करने का प्रयास किया है. मैंने इनकी कमियां, घपले-घोटाले से सरकार को अवगत कराया है. बाकी मैंने पूरे तथ्यों के साथ सरकार को बताया है कि आपके यहां क्या-क्या गड़बड़ी और घोटाले हैं. आपको याद होगा, हमने दर्जनों पत्र लिखे. खान-खनिज, बालू, पत्थर लूट से लेकर शराब घोटाले और जमीन लूट पर दर्जनों पत्र लिखे. इस सरकार ने मेरे पत्र लिखने को मजाक बनाया. मुझे एक पत्र का जवाब नहीं आया. आज नतीजा सामने हैं. इनके घपले-घोटाले सामने आ रहे हैं. भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं. आज कई लोग जेल में हैं. सरकार ने हमारी बात मान ली होती, संज्ञान लिया होता, तो यह दिन नहीं आता. इस सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी क्या करना है. इनके खिलाफ जनाक्रोश है. पार्टी के कार्यकर्ता आमलोगों के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे.
पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश के कार्यकाल को किस रूप में देखते हैं?
दीपक प्रकाश जी का कार्यकाल बेहतर रहा. संगठन में बहुत काम हुआ. दीपक जी के नेतृत्व में हमने राज्य सरकार के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी. राज्य में जनविरोधी हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ एक ओर जहां संघर्ष किया, वहीं संगठन में लगातार जनसंपर्क अभियान चलाया गया. संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए हम सबने मिलकर काम किया.
आप चुनावी वर्ष में प्रदेश अध्यक्ष बने हैं. क्या चुनौती देखते हैं?
हां यह सही है कि 2024 में चुनाव होना है. चुनावी वर्ष में प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया हूं. राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला है, तो कुछ सोच-समझ कर लिया गया होगा. मुझे पहले भी दायित्व दिया गया था. मुझे विधायक दल का नेता बनाया. अब अध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गयी है. मैं पूरी ताकत लगा दूंगा. मेरी जो क्षमता है, वह पार्टी को मजबूत करने में लगा दूंगा. पार्टी के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी उत्साह के साथ काम कर रहे हैं. केंद्र सरकार के नौ वर्षों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा है. लोगा भाजपा के साथ हैं. हम कार्यकर्ता के साथ मिलकर बेहतर कर के दिखायेंगे.
यूपीए एकजुट है. विधानसभा चुनाव आसान नहीं होगा. क्या रणनीति होगी?
संगठन चुनाव लड़ता है. हम मजबूत स्थिति में हैं. हमारे कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा है. यूपीए में कौन लोग हैं, जनता जानती है. वहां परिवारवाद की पार्टी चल रही है. ये लोग राज्य का भला नहीं करना चाहते हैं. हम सेवा और समर्पण के भाव के साथ काम करते हैं. यूपीए सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बना लिया है. हमारे कार्यकर्ता हर चुनौती को पार करेंगे.
यूपीए का आरोप है कि झारखंड से लेकर महाराष्ट्र तक आप केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर सत्ता हासिल करना चाहते हैं?
मैं यूपीए के लोगों से पूछना चाहता हूं कि शिबू सोरेन दो-दो बार किसने जेल भेजा? कांग्रेस के लोगों ने तब क्या केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग किया था? देवगौड़ा के समय लालू यादव पर कार्रवाई हुई. उस समय सत्ता में कौन था? तब क्या हुआ था? केंद्रीय एजेंसी अपना काम करती है. ये लोग भ्रष्टाचार करेंगे. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई खुद नहीं करेंगे, तो कोई न कोई सामने आयेगा. किसी को निरकुंश होकर लूटने की छूट लोकतंत्र में नहीं दी जा सकती है. केंद्रीय एजेंसी अपने दायरे में कार्रवाई कर रही है. सच भी सामने आ रहा है.