चंपाई सोरेन के बीजेपी सदस्यता ग्रहण समारोह में बोले बाबूलाल मरांडी, हेमंत सोरेन सरकार में अपमानित हो रहे विधायक

झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार में विधायक अपमानित हो रहे हैं. वे कह रहे हैं कि कोई वजूद नहीं रह गया है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के सदस्यता ग्रहण सह मिलन समारोह में ये बातें कहीं.

By Guru Swarup Mishra | August 30, 2024 10:19 PM

रांची: झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में साढ़े चार वर्षों में जिस प्रकार से हेमंत सरकार ने काम किया है, वह किसी से छिपा नहीं है. हर मोर्चे पर हेमंत सरकार फिसड्डी साबित हुई है. झामुमो के लोग और विधायक भी इस सरकार में अपमानित महसूस कर रहे हैं. झामुमो के विधायक से बात होती है, तो वे लोग कहते हैं कि बड़ा अपमानित महसूस कर रहे हैं. हमलोगों का कोई वजूद ही नहीं रह गया है. इस सरकार में बिचौलियों और भ्रष्ट अफसरों की पूछ है. सरकार को यही लोग चला रहे हैं. चंपाई सोरेन बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने समय पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. बाबूलाल मरांडी शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के सदस्यता ग्रहण सह मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे.

आदिवासियों और मूलवासियों का दर्द कौन समझता है?

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा ही आदिवासियों और मूलवासियों के दर्द समझती है. इसलिए इनका कोई भला कर सकता है, तो वह भाजपा ही है. झारखंड अलग राज्य की लड़ाई तो दशकों से चल रही थी. कांग्रेस की सरकार रही, परंतु उसने झारखंडवासियों के दर्द को महसूस नहीं किया. अगर किसी ने महसूस किया तो वह भाजपा है. अटल बिहारी वाजपेयी ने 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य का गठन कर राज्यवासियों की इस मुंहमांगी मुराद पूरी की. आदिवासियों के लिए भारत सरकार में अलग से मंत्रालय गठित करने सहित अन्य कई ऐतिहासिक कार्य भाजपा द्वारा किया गया. मोदी सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में सबसे अधिक आदिवासियों को जगह दी गयी है. किसी सरकार द्वारा देश के सर्वोच्च पद पर किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति के रूप में बिठा कर सम्मान दिया गया तो वह भाजपा की सरकार है. आदिवासियों को सबसे अधिक मान और सम्मान भाजपा ने देने का काम किया है. झारखंड के आदिवासियों को किसी ने लूटा है, तो वह कांग्रेस और झामुमो है.

पहले नारी का किया अपमान, अब चाचा चंपाई का : सीता सोरेन

पूर्व विधायक सीता सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीर-धनुष को अपनी जागीर समझ लिया है. आज इसका इस्तेमाल धरती पुत्र की सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि डराने के लिए हो रहा है. जिनके हाथों में तीर-धनुष की कमान रहनी चाहिए, वह (दुर्गा सोरेन) अब इस दुनिया में नहीं है. झामुमो ने पहले अपने घर में नारी का अपमान किया. मैंने 14 साल तक अपमान सहा. इसके बाद पार्टी छोड़ने को मजबूर हुई. मैंने सोचा भी नहीं था कि चाचा चंपाई सोरेन का अपमान होगा. पहले जैसे अंग्रेज शासन करते थे, वैसे ही पार्टी में हेमंत सोरेन शासन चला रहे हैं. यही वजह है कि अब लोगों का पार्टी से मोह भंग हो रहा है. पार्टी एक-एक कर टूट रही है. गठबंधन सरकार ने जनता से किये गये एक भी वादा पूरा नहीं किया. यहां कमल फूल की सरकार बनेगी, तभी लोगों को भला होगा.

आंदोलनकारियों को अपमानित कर रहा झामुमो : विद्युत वरण महतो

जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झामुमो में परिवारवाद हावी हो गया है. अब आंदोलनकारियों को अपमानित किया जा रहा है. चंपाई सोरेन ने अपने बलबूते अलग झारखंड की लड़ाई लड़ी. झामुमो को मजबूती दी. लेकिन परिवारवाद के कारण पार्टी आंदोलनकारियों को अपमानित करने का काम कर रही है. मिलन समारोह में प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, आदित्य साहू, दीपक प्रकाश, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, समीर उरांव, नवीन जायसवाल, मधु कोड़ा, गीता कोड़ा, सीता सोरेन, दिनेशानंद गोस्वामी समेत कई नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे.

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