रांची : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एससी-एसटी थाना में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से दर्ज कराये गये एफआइआर पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि इडी के कुछ अफसरों के ऊपर एसटी/एससी एक्ट के तहत एसटी/एससी थाना में एफआइआर दर्ज किया है. कहा कि हेमंत सोरेन इतना डरे हुए हैं कि अपना सुध-बुध भी खो चुके हैं और जो उनके लिए काम कर रहे है वे भी अपना सुध-बुध खो चुके हैं. एफआइआर की पहली पंक्ति में ही गलतियां हैं.
एफआइआर के अनुसार हेमंत सोरेन अपने आप को साहिबगंज विधानसभा का विधायक बता रहे हैं, लेकिन झारखंड में साहिबगंज नाम की कोई विधानसभा सीट नहीं है. कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि एफआइआर ही फर्जी है. क्योंकि हेमंत सोरेन को अपनी विधानसभा सीट बरहेट की जगह साहिबगंज बताना, एफआइआर के फर्जीवाड़ा को दर्शाता है. कहा कि एफआइआर पूरी तरह से फर्जी है.
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डीजीपी एवं पुलिस अधिकारी इस एफआइआर की सत्यता की जांच करें कि सचमुच में हेमंत सोरेन ने एफआइआर किया है या उनके नाम से किसी ने एफआइआर किया है. कहा कि यहां फर्जीवाड़ा का पहले भी रिकॉर्ड रहा है. मुझे स्मरण है शिबू सोरेन के समय एक बार दो-तीन लोग को एक जगह का टिकट दिया गया और चुनाव लड़ गये थे. बाद में बोला गया कि फॉर्म में फर्जी हस्ताक्षर किया गया.