‘खुद को संविधान से मानते हैं ऊपर, ईडी के समन के बाद भी हेमंत सोरेन व अरविंद केजरीवाल नहीं हुए पेश’ बोले बाबूलाल मरांडी

झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ईडी के समन के बाद भी हेमंत सोरेन व अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हुए. वे खुद को संविधान से ऊपर मानते हैं. केंद्रीय एजेंसियों को गलत ठहराते हैं.

By Guru Swarup Mishra | April 1, 2024 4:24 PM
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रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हरमू स्थित झारखंड प्रदेश कार्यालय में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज देश की जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं. इसलिए वे देशभर में हो रहे घोटाले का पर्दाफाश कर रही हैं. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से संभव हुआ है. एजेंसियों को इतनी स्वतंत्रता दी गयी है तभी ये संभव हो पाया है. सभी 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में एकजुट हुए थे. अपनी गलती छुपाने के लिए ये लोग केंद्रीय एजेंसियों को गलत ठहरा रहे हैं. ये लोग खुद को संविधान से भी ऊपर मानते हैं. इसलिए तो इतने समन के बाद भी न तो हेमंत सोरेन ईडी ऑफिस पहुंचे और न ही अरविंद केजरीवाल पहुंचे. अगर ये लोग सही होते तो अपनी बात रखकर आज स्वतंत्र होते, लेकिन ये गलत थे तभी आज जेल में हैं. अरविंद केजरीवाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं और हेमंत सोरेन रांची की बिरसा मुंडा जेल में हैं.

दिल्ली की तरह झारखंड में भी शराब घोटाला
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल अंदर गए हैं, वैसा ही शराब घोटाला झारखंड में भी हुआ है. अगर झारखंड के शराब घोटाले की पोल खुली तो कई अफसर इसकी जांच में आएंगे. मैं तो कहता हूं सीएम भी नहीं बचेंगे. वह आगे कहते हैं कि यहां झारखंडी लोगों को घर बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा है, लेकिन झारखंड का ही बालू ओडिशा और बंगाल भेजा जा रहा है. वह आरोप लगाते हुए कहते हैं कि यहां घोटाला कोई नई बात नहीं है. पहले ये सत्ता में नहीं थे तो उस हिसाब से घोटाला करते थे, लेकिन आज सत्ता में हैं तो बड़े पैमाने पर घोटाला हो रहा है. आज देश के सभी घोटालेबाज एकजुट हो गए हैं.

ढुलू महतो के सवाल पर बाबूलाल मरांडी ने दिया ये जवाब
धनबाद लोकसभा के बीजेपी प्रत्याशी ढुलू महतो के सवाल पर बाबूलाल मरांडी कहते हैं कि वह हमारे प्रत्याशी हैं. मैं भी जब झारखंड बचाओ न्याय यात्रा पर निकला था, तो मेरे ऊपर भी आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हुए थे. ये चीजें लगी रहती हैं. अगर वो अपराधी हैं तो चुनाव ही नहीं लड़ सकते, लेकिन ऐसा नहीं है. रही बात प्रिंस खान की, तो वह अपराधी है. उसे जेएमएम का ही संरक्षण प्राप्त है. हमारी सरकार बनते ही कोई भी प्रिंस खान नहीं रहेगा.

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