Jharkhand Politics : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य के 13 वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के शपथ लेने पर बधाई एवम शुभकामनाएं दी है. उन्होंने हेमंत सोरेन और सोरेन परिवार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सोरेन परिवार के लिए आदिवासी का मतलब केवल उनका परिवार है. बाबूलाल ने कहा कि चंपाई सोरेन हेमंत सोरेन पार्ट 2 नहीं बन पाए इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद त्यागना पड़ा और सजा भुगतनी पड़ी.
हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने को लेकर कटाक्ष किया और कहा कि जनादेश जनता की सेवा के लिए मिलता है लेकिन इंडिया एलायंस जनादेश का इस्तेमाल सिर्फ शिबू सोरेन परिवार की जागीर को बचाने के लिए कर रही है. बाबूलाल मरांडी यहां तक नहीं रुके उन्होंने सोरेन परिवार को भी आड़े हाथों लेते हुए बोला कि शिबू सोरेन परिवार की डिक्शनरी में आदिवासी का मतलब केवल उनका परिवार होता है. सोरेन परिवार बाकी के आदिवासी परिवारों को सिर्फ अपना पिछलग्गू बनाकर रखना चाहता है.
चंपाई सोरेन ने गुरुजी के साथ कदम से कदम मिलाया
बाबूलाल मरांडी ने पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को उनके 5 महीनों के कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दी. बाबूलाल मरांडी ने झारखंड आंदोलन के बारे में बात करते हुए कहा कि ये वही चंपाई सोरेन हैं जिन्होंने शिबू सोरेन के साथ कदम से कदम मिलाकर आंदोलन में साथ दिया. हमेशा सुख दुख के सहभागी बने. आज चंपाई सोरेन को अहसास कराया गया कि वे भले पुराने आंदोलनकारी हैं, लेकिन आपको नेतृत्व करने की छूट नहीं केवल निर्देश के पालन का अधिकार है.
तीन महिने भी बिना पद के नहीं रह सके हेमंत सोरेन : बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए बोला कि हेमंत सोरेन तीन महीने भी बिना पद का नहीं रह सके. सीएम का पद खाली नहीं था लेकिन उनके लिए वेकैंसी क्रिएट कर दिया गया. लेकिन आज राज्य के होनहार प्रतिभाशाली लाखों युवा विभिन्न विभागों में वेकैंसी के बावजूद दर दर भटक रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के लाखों बेरोजगार युवाओं को नियुक्ति वर्ष में भी नियुक्ति नहीं मिली. अकारण ही एक मुख्यमंत्री को हटाकर नए मुख्यमंत्री चुनने में एक घंटे भी नहीं लगा.
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