रांची : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने लॉकडाउन के दौरान औद्योगिक गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दे दी है. शहरी क्षेत्र का हवाला देते हुए टाटा मोटर्स में उत्पादन शुरू करने की सरकार ने अनुमति नहीं दी, तो पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिख डाला.
श्री मरांडी ने अपने पत्र में लिखा कि जमशेदुपर का आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र में शुमार है. वहां लगभग 1,500 से अधिक छोटे-बड़े उद्योग बंद पड़े हैं. लाॅकडाउन के बीच चंद कंपनियों को खोलने की सरकार ने इजाजत दी है, लेकिन शहरी क्षेत्र का हवाला देकर टाटा मोटर्स को बंद रखने के लिए कहा गया है.
श्री मरांडी ने कहा है कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कंपनियों में 900 से अधिक वैसी कंपनियां हैं, जो टाटा मोटर्स के लिए उपकरण का उत्पादन करती हैं. ऐसे में इन इकाइयों को खोले जाने और उनके उत्पादन शुरू करने का तब तक कोई औचित्य नहीं रह जायेगा, जब तक टाटा मोटर्स में उत्पादन शुरू न हो.
श्री मरांडी ने कहा कि टाटा मोटर्स के बंद रहने से इसे उपकरण सप्लाई करने वाली कंपनियों और वहां काम करने वाले श्रमिकों की स्थिति दयनीय है. कहा जा रहा है कि कई इकाईयों में माल बनकर तैयार है. लाॅकडाउन की वजह से डिस्पैच नहीं हो पा रहा है और इसकी वजह से कंपनियों के मालिक खस्ताहाल हो गये हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखे खत में कहा है कि कंपनियों के बंद होने की वजह से इसमें काम करने वाले संगठित और अस्थायी ठेका मजदूरों की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. हजारों परिवार भुखमरी की कगार पर आ गये हैं.
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श्री मरांडी ने आगे कहा है कि कई अन्य राज्यों में टाटा मोटर्स की इकाईयों में काम शुरू हो रहा है. उत्तराखंड के पंतनगर और गुजरात के साणंद प्लांट में कामकाज शुरू हो चुका है. कई अन्य जगहों पर भी टाटा मोटर्स की इकाइयों में कामकाज शुरू होने ही वाला है.
भाजपा विधायक दल के नेता श्री मरांडी ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को याद दिलाया है कि इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, विधायक सरयू राय, उद्यमी संगठनों ने अपने-अपने तरीके से आपका ध्यान आकृष्ट कराने का प्रयास किया है.
उन्होंने आगे लिखा है कि इतने लोगों के पत्र लिखने के बावजूद पता नहीं क्यों आपने (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन) इस गंभीर विषय पर अब तक संज्ञान नहीं लिया. श्री मरांडी ने कहा है कि राज्य और मजदूर हित में टाटा मोटर्स की इकाइयों का संचालन बेहद जरूरी है.
बाबूलाल ने कहा है कि कंपनी प्रबंधन तमाम मानकों का पालन करते हुए कंपनी को चालू करने के राज्य सरकार के आदेश का इंतजार कर रही है. श्री मरांडी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लें और उस पर तत्काल फैसला करें. उन्होंने कहा है कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों की रोजी-रोटी का भी मसला है.
उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए व सुरक्षा मानक तय करते हुए यहां कामकाज तत्काल शुरू करने की अनुमति देने की पहल करनी चाहिए. इससे राज्य सरकार को राजस्व का भी लाभ होगा और हजारों मजदूरों की समस्या का भी समाधान होगा.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि लॉकडाउन के दौरान भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अलग-अलग मुद्दों पर कई खत लिखे हैं.