रांची : इन दिनों कोरोना वायरस के मद्देनजर ओरमांझी स्थित चिड़ियाघर आम लोगों के लिए बंद है. हालांकि वहां के अंदर का माहौल अभी बदला हुआ है. वहां काम करने वाले लोग लक्की रानी (हथिनी) और छोटा सम्राट (बच्चा हाथी) की नजदीकी से उत्साहित हैं. छोटा सम्राट को लक्की रानी मां की तरह प्यार कर रही है. पेश है मनोज सिंह की रिपोर्ट…
असल में पोड़ाहाट के जंगल में एक हाथी का बच्चा भटक गया था. लॉकडाउन के दौरान ही उसे रेस्क्यू कर बिरसा मुंडा जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) में 28 मार्च को लाया गया था. यहां हाथी के बच्चे को 28 दिनों तक कोरेंटिन में रखा गया था. कोरेंटिन पूरा होने के बाद इसे जू में सार्वजनिक रूप से खोल दिया गया है.
इस छोटे हाथी के बच्चे को शुरू में लक्की रानी नाम की हथिनी के साथ रहने के लिए भेजा गया. वहां लक्की उसे अपने बच्चे की तरह प्यार दे रही है. जू प्रबंधन ने दोनों को खेलते हुए एक वीडियो तैयार किया है. यह वीडियो वायरल हो रहा है.
बिरसा मुंडा जू में रहने वाले जानवर पालतू हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि आम तौर पर जंगली जानवरों को जू के जानवर स्वीकार नहीं करते हैं. इसके पीछे कई कारण हैं. जू की लक्की ने छोटा सम्राट को स्वीकार कर लिया है. यह आश्चर्य की बात है.
जू के चिकित्सक डॉ अजय कुमार बताते हैं कि पोड़ाहाट से बिछड़े हुए इस छोटा हाथी को जू के लोग ही प्यार से छोटा सम्राट कहते हैं. यह 28 मार्च से यहां है. इसमें काफी अच्छा ग्रोथ है.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.