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बैसाखी पर आज गुरुनानक स्कूल में सजेगा विशेष दीवान

सिख धर्म के लोग इस दिन को नववर्ष के रूप में मनाते हैं. बैसाखी खासकर पंजाब और हरियाणा का मुख्य पर्व है. यह पर्व मुख्य रूप से किसानों को समर्पित है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2024 9:11 AM

रांची: फसलों के पककर आने का त्योहार बैसाखी शनिवार को मनाया जायेगा. इसे लेकर सिख समाज के लोगों में खासा उत्साह है. आज पीपी कंपाउंड स्थित गुरुनानक स्कूल स्थित परिसर में विशेष दीवान सजाया जायेगा. वहीं, रातू रोड स्थित गुरुद्वारा में भी सुबह में विशेष दीवान सजेगा. गुरुनानक स्कूल में सुबह 10 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक विशेष दीवान सजेगा. इसके बाद लंगर चखा जायेगा. बैसाखी पर्व पर अमृतसर से रागी जत्था भाई दलबीर सिंह शबद कीर्तन करेंगे. इधर, शुक्रवार को लंगर तैयार करने की सेवा शुरू की गयी. सिख सेवक जत्था और स्त्री सत्संग सभा की ओर से इस कार्य में सहयोग किया गया. सब्जी काटने की सेवा की गयी.

महत्व : सूर्य का मीन से मेष राशि में गोचर होता है

इस दिन सूर्य का मीन से मेष राशि में गोचर होता है. इसीलिए इस दिन को मेष संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. सिख धर्म के लोग इस दिन को नववर्ष के रूप में मनाते हैं. बैसाखी खासकर पंजाब और हरियाणा का मुख्य पर्व है. यह पर्व मुख्य रूप से किसानों को समर्पित है. इस दिन किसान अपने पूरे साल में हुई फसल के लिए ईश्वर का आभार व्यक्त करते हैं और कटाई करके घर जाते हैं. दान का भी खास महत्व होता है. दान करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. गुरुद्वारों में लंगर का विशेष आयोजन किया जाता है. भजन, कीर्तन और सत्संग का आयोजन होता है.

मेन रोड गुरुद्वारा में सजा दीवान, राज्यपाल भी हुए शामिल

रांची. बैसाखी पर्व श्रीगुरु सिंह सभा मेन रोड में सुबह 5:30 से 08 बजे तक विशेष दीवान सजाया गया. दीवान की शुरुआत हजूरी रागी जत्था भाई भरपूर सिंह ने गुरुवाणी से की. विशेष तौर पर रांची पहुंचे साबका हजूरी रागी जत्था भाई दलबीर सिंह अमृतसर वाले की ओर से गुरवाणी शबद का गायन किया गया.

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने भी गुरु जी की हजूरी में माथा टेका. गुरुद्वारा साहिब के महासचिव गगनदीप सिंह सेठी ने सिरोपा देकर सम्मानित किया. वहीं, सभी संगत से 13 अप्रैल को गुरुनानक स्कूल मे बैसाखी पर्व पर सजने वाले विशेष दीवान में शामिल होने की अपील की गयी. गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी भाई विक्रम सिंह की ओर से अरदास कर दीवान की समाप्ति की गयी. सबने लंगर चखा. इस अवसर पर परमजीत सिंह टिंकू, कुलतार सिंह होड़ा, कृपाल सिंह, भूपिंदर सिंह गंडोक, हरजीत सिंह, सतपाल सिंह मोहन सिंह, राजदीप सिंह, रणबीर सिंह, केसर सिंह आदि उपस्थित थे.

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