हजारीबाग, दुमका अौर पलामू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के सत्र 2020-21 के नामांकन पर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने रोक लगा दी है. इससे उक्त तीनों मेडिकल कॉलेजों की 100-100 सीटों पर इस सत्र में दाखिला नहीं हो सकेगा. एनएमसी के इस आदेश के बाद मुख्य सचिव ने गुरुवार 22 अक्तूबर को बैठक बुलायी है.
इसमें स्वास्थ्य विभाग और भवन निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे. उल्लेखनीय है कि एनएमसी ने इन मेडिकल कॉलेजों में लैब का निर्माण पूरा नहीं होने और एसोसिएट प्रोफेसर के 85-85 पद रिक्त रहने को आधार बनाकर दाखिले पर रोक लगा दी है.
14 फरवरी को ही कमियां बतायी गयी थीं : इस बाबत तीनों मेडिकल कॉलेज के डीन व प्रिसिंपल को अलग-अलग पत्र भेजा गया है. नेशनल मेडिकल कमीशन के सचिव डॉ आरके वत्स ने लिखा है कि 14 फरवरी को ही कई कमियां गिनायी गयी थी, जिसे अब तक दूर नहीं किया गया.
पिछले सत्र 2019-20 में ही दाखिला के पूर्व सुप्रीम कोर्ट में ही सरकार ने हलफनामा दायर कर कहा था कि तीन माह में ही सभी कमियों को दूर कर लिया जायेगा. हालांकि आज भी कमियां बरकरार है. इस कारण इस सत्र (2020-21) में दाखिले पर रोक लगा दी जा रही है. इससे विद्यार्थियों को भी परेशानी हो रही है.
तीनों मेडिकल कॉलेजों में एसोसिएट प्रोफेसर के 85-85 पद रिक्त हैं. राज्य सरकार ने इन पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला था, पर कोई आवेदक नहीं आया. इस कारण एसोसिएट प्रोफेसर सहित अन्य कई पद रिक्त रह गये.
एनएमसी द्वारा तीनों नये मेडिकल कॉलेज में दाखिले पर रोक लगा दी गयी है. एनएमसी की गाइडलाइन के अनुरूप क्या हो सकता है इस पर विचार चल रहा है.
posted by : sameer oraon