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झारखंड: मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से मिले बंधु तिर्की, टानाभगत व चीक बड़ाइक के मामलों में क्या मिला आश्वासन?

बंधु तिर्की ने कहा कि झारखंड में विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में रहनेवाले अनुसूचित जनजाति चीक बड़ाईक लोगों में अधिकतर के खेवट और खतियान में विभिन्न तरीके से जाति दर्ज़ होने के कारण उनके वंशजों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र मिलने में कठिनाई हो रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2023 5:41 PM
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रांची: कांग्रेस नेता बंधु तिर्की ने कहा है कि मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से हुई मुलाकात में बेहद गंभीर और ज्वलंत मुद्दों पर सकारात्मक बातचीत हुई है. मुख्य सचिव ने उन्हें शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है. लातेहार में टानाभगतों द्वारा कचहरी परिसर में जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा के लिये किये जा रहे शांतिपूर्ण आंदोलन पर कार्रवाई करते हुए लगभग 200 लोगों को नामजद और 300 अज्ञात लोगों पर गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इस पर मुख्य सचिव ने लातेहार डीसी से रिपोर्ट मांगने के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है.

नहीं मिल पा रहा जाति प्रमाणपत्र

बंधु तिर्की ने कहा कि झारखंड में विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में रहनेवाले अनुसूचित जनजाति चीक बड़ाईक लोगों में अधिकतर के खेवट और खतियान में विभिन्न तरीके से जाति दर्ज़ होने के कारण उनके वंशजों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र मिलने में कठिनाई हो रही है. इस मामले पर भी मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया कि इस मामले में अपेक्षित कदम उठाये जायेंगे. श्री सिंह ने इस बात पर भी अपनी सहमति दी की है कि मांडर के मुड़मा दोहर में सिंचाई की समुचित व्यवस्था की जायेगी, जिससे सैकड़ों एकड़ भूमि सिंचित हो और इसका फायदा हजारों किसानों को मिले.

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बेड़ो मॉडल स्कूल के मामले में भी मिला आश्वासन

श्री तिर्की ने कहा कि मुख्य सचिव से अपनी वार्ता के दौरान उन्होंने 2013 में शुरू बेड़ो मॉडल स्कूल के निर्माण कार्य की ओर भी उनका ध्यान आकृष्ट किया और उन्हें जानकारी दी कि संवेदक और विभागीय लापरवाही के कारण भवन का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है. इसके अलावा मांडर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मांडर, सोपारोम और चान्हो को सरकार के आदर्श विद्यालयों की सूची में तो शामिल कर लिया गया है, परन्तु अबतक वहां न तो बिजली की आपूर्ति हुई है और न ही पहुंच पथ का ही निर्माण किया गया है. इसके अलावा भवन का स्थानांतरण भी अब तक ना होने से विद्यार्थियों का पठन-पाठन बाधित हो रहा है.

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