रांची. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों व हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में मंगलवार को विश्व मानवाधिकार दिवस पर प्रतिरोध मार्च निकाला जायेगा. मार्च मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका से शुरू होगा. इसमें सनातन समाज के प्रतिनिधि सहित आमलोग शामिल होंगे. मार्च दिन के 11 बजे के बाद निकलेगा, जो मेन रोड होकर राजभवन तक पहुंचेगा. यहां प्रधानमंत्री के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जायेगा. यह जानकारी सर्व सनातन समाज की ओर से सोमवार को होटल ग्रीन होराइजन में आयोजित प्रेस वार्ता में दी गयी.
बांग्लादेश सरकार को अविलंब इस पर रोक लगानी चाहिए
समाजसेवी बिनोद गाडयान ने कहा कि बांग्लादेश सरकार को अविलंब इस पर रोक लगानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज जाग चुका है और इसका उदाहरण 10 दिसंबर को देखने को मिलेगा. इस दिन दुनिया भर के हिन्दू, सिख व बौद्ध समाज के लोग बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के विरोध में सड़कों पर उतरेंगे. अखिल भारतीय संत समाज समिति के उपाध्यक्ष स्वामी दिव्यानंद ने कहा कि अब हमें जागने का वक्त आ गया है. यदि हम नहीं जगेंगे, तो फिर आनेवाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी. चिन्मय मिशन के प्रमुख स्वामी परिपूर्णानंद ने कहा कि बांग्लादेश को यह नहीं भूलना चाहिए कि आपका जन्मदाता भारत ही है. अगर भारत आपसे रूठ गया, तो आपको बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा.
बांग्लादेश में अविलंब शांति बहाल हो
श्वेतांबर जैन समाज के सचिव बिनोद जैन ने कहा कि बांग्लादेश में अविलंब शांति बहाल हो. बौद्ध समाज के पवन कुमार लामा ने कहा कि बांग्लादेश में मानवाधिकार की सुरक्षा की जाये. गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के मुख्य ग्रंथि ज्ञानी विक्रमजीत सिंह ने कहा कि जब मानव पर कोई अत्याचार होता है, तो सबको चोट लगती है. इस पर जल्द रोक लगे. प्रेस वार्ता में सर्व सनातन समाज के संयोजक विजय कुमार, रोहित शारदा, सूरज शाहदेव, बसंत कुमार आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है