रांची : बांग्लादेश के रंगपुर के मुल्ला टोल पाकर मठ इलाके में अपने परिवार के साथ रहनेवाले रांची के मनीष चौधरी सहमे हुए हैं. इनके साथ एलएंडटी कंपनी में वहां काम कर रहे 150 से अधिक लोग भी दहशत में हैं. एलएडंटी कंपनी में कार्यरत मनीष चौधरी अपनी पत्नी स्वाति चौधरी व दो पुत्रियों के साथ मुल्ला टोल पाकर मठ में रहते हैं. वहां एलएंडटी का निर्माण कार्य चल रहा हैं.
लगा रहे हैं मदद की गुहार
बांग्लादेश में तख्त पलट की घटना से मनीष समेत उनके परिवार के अन्य लोग भयभीत हैं. ये लगातार भारतीय दूतावास से मदद के लिए संपर्क कर रहे हैं. रांची के मनीष ने फोन पर बताया कि रंगपुर में अभी तनाव का माहौल नहीं है. पर ढाका की घटना को लेकर वे सहमे हुए हैं. खासकर बच्चों की चिंता हो रही है कि कैसे वे लोग जल्द से जल्द रांची स्थित अपने घर पहुंचे.
दो साल से बांग्लादेश में ही रहे हैं मनीष
उन्होंने बताया कि कंपनी के काम के कारण वह पिछले दो वर्ष से अपने परिवार के साथ बांग्लादेश में ही रह रहे हैं. हालांकि अब माहौल बदल गया है. कंपनी से भी बात हो रही है. उन्होंने उम्मीद जतायी है कि जल्द भारतीय दूतावास स्वदेश वापसी में मदद करेगा.
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प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छोड़ा देश
गौरतलब है कि बांग्लादेश में राजनीतिक घटनाक्रम, हिंसा और अराजकता के बीच 76 वर्षीया प्रधानमंत्री शेख हसीना छोटी बहन शेख रेहाना के साथ सोमवार को एक सैन्य विमान से चुपचाप देश छोड़ कर निकल गयीं, जबकि सेना ने अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की. उनके लंदन जाने की संभावना के बीच उनका विमान नयी दिल्ली के निकट गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा. हसीना की बेटी साइमा वाजिद दिल्ली में रहती हैं. वहीं, देश छोड़ने से पहले उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया. हसीना के देश छोड़ने की खबर फैलने के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका में उनके सरकारी आवास ‘गणभवन’ में घुस कर लूटपाट और तोड़फोड़ की.