स्वास्थ्य मंत्री ने प्रधान सचिव से पूछा- ड्रग कंट्रोलर और इंस्पेक्टर पर नशा कारोबारियों को संरक्षण का था आरोप, क्या कार्रवाई हुई
विभागीय सचिव को लिखे गये पीत पत्र में कहा गया है कि ड्रग कंट्रोलर ऋतु सहाय व औषधि निरीक्षक पुतली बिलुंग की मिलीभगत से नशे के कारोबार पर प्रभावी रोक नहीं लग पायी.
रांची : झारखंड की ड्रग कंट्रोलर ऋतु सहाय एवं औषधि निरीक्षक पुतली बिलुंग पर नशे के कारोबार पर प्रभावी रोक नहीं लगाने व अवैध संरक्षण प्रदान करने का आरोप लगा था. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दो अप्रैल को विभाग के प्रधान सचिव को पीत पत्र लिख कर पूछा है कि इनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है? पत्र में कहा गया है कि इस मामले में जानकारी अभी भी अप्राप्त है. ऐसे संगीन मामले में व्यक्तिगत रुचि लेकर अग्रेतर कार्रवाई की जाये.
विभागीय सचिव को लिखे गये पीत पत्र में कहा गया है कि ड्रग कंट्रोलर ऋतु सहाय व औषधि निरीक्षक पुतली बिलुंग की मिलीभगत से नशे के कारोबार पर प्रभावी रोक नहीं लग पायी. दोनों पर नशा के कारोबार को अवैध संरक्षण प्रदान करने का आरोप है. विभागीय जांच रिपोर्ट में नशा मुक्त औषधियों के अवैध व्यापार में ड्रग सिंडिकेट के कार्य करने की आशंका जताते हुए ऋतु सहाय व पुतली बिलुंग की भूमिका बतायी गयी. इस आधार पर दोनों पदाधिकारियों पर विभागीय कार्यवाही के संचालन के लिए संचिका संख्या 16/औषधि (विविध) 08-14/ 2021 में अनुमोदन दिया गया.
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एनसीबी से की गयी थी जांच की अनुशंसा :
नशीली औषधि के कारोबार एवं सिंडिकेट संचालन में औषधि एवं अंगराग के अधिनियम के सुसंगत प्रावधान एवं नारकोटिक एंड साइकोथ्रोपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 के तहत कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद एनसीबी को सरकार के स्तर से प्राथमिकी दर्ज कर जांच के लिए कार्रवाई की अनुशंसा की गयी थी. साथ ही विभागीय जांच में प्राप्त अभिमत के आधार पर ड्रग कंट्रोलर की संदिग्ध भूमिका के आधार पर विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्णय लिया गया था. परंतु इन दोनों निर्णयों के आलोक में जानकारी अभी भी अप्राप्त है.