चोन्हो में जमीन विवाद का मामला, मारपीट का आरोपी ने किया कोर्ट में सरेंडर
प्रतिनिधि, चान्होजमीन विवाद में सात दिसंबर को मारपीट में घायल चान्हो के सिटी गांव निवासी बसंत भगत (45) की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी. आक्रोशित लोगों ने दोपहर ढाई बजे सड़क जाम कर दी. बिजुपाड़ा के समीप पेट्रोल पंप सहित आसपास की दुकानों को बंद करा दिया. एनएच-75 के अलावा बरहे रोड, हुटार रोड व बिजुपाड़ा-खलारी रोड में चोरेया मोड़ को जाम कर दिया. आक्रोशित लोग बसंत भगत के हत्यारे को फांसी देने, मृतक के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और मारपीट की घटना में दूसरे पक्ष व पुलिस की ओर से ग्रामीणों पर किये गये केस को वापस लेने की मांग कर रहे थे. प्रशासन के अधिकारियों ने जाम हटाने का प्रयास किया. लेकिन, जामकर्ता कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. पूर्व मंत्री देवकुमार धान ने प्रशासन और जामकर्ताओं से अलग-अलग वार्ता की. ग्रामीणों की ओर से तैयार मांग पत्र को प्रशासन को सौंप कर जमाकर्ताओं को समझा-बुझाकर शाम साढ़े छह बजे जाम समाप्त कराया. चार घंटे तक एनएच जाम रहने से वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
सात दिसंबर को दो पक्षों में हुई थी मारपीट
मालूम हो कि सिटी मोड़ के निकट स्थित एक जमीन को लेकर हुए विवाद के बाद पिपराटोली के पप्पू शाही व दो अन्य लोगों ने सात दिसंबर को बसंत भगत को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. मंगलवार को दिन में करीब 12 बजे उसने दम तोड़ दिया. उग्र ग्रामीणों ने पप्पू शाही के घर में तोड़फोड़ की थी और हंगामा भी किया था. इस दौरान चान्हो थाना प्रभारी को भी चोट आयी थी.
घटना को लेकर दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज
मामले को लेकर बसंत भगत के साथ मारपीट करने के आरोप में पप्पू शाही सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ व घर में तोड़फोड़ को लेकर प्रशासन के अलावा दूसरे पक्ष की ओर से भी अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. चान्हो थाना प्रभारी चंदन कुमार गुप्ता ने बताया कि बसंत भगत के साथ मारपीट करने के आरोपी पप्पू शाही उर्फ राजेश कुमार शाही ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. बताया गया कि बसंत भगत विवाहित था और उसकी एक छोटी बच्ची भी है.
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