रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति डॉ एससी दुबे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) सोसाइटी की आम सभा और शासी निकाय के सदस्य मनोनीत किए गए हैं. केंद्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा आईसीएआर सोसाइटी की आम सभा के अध्यक्ष हैं, जबकि आईसीएआर के महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक समिति के शासी निकाय के प्रमुख हैं.
1929 में हुई है आईसीएआर की स्थापना
आईसीएआर सोसाइटी में देश के पांच कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को सदस्य मनोनीत किया जाता है. सोसाइटी की आम सभा की बैठक वर्ष में एक बार, जबकि शासी निकाय की बैठक त्रैमासिक होती है. वर्ष 1929 में स्थापित आईसीएआर कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा में विज्ञान एवं प्रावैधिकी को प्रोत्साहित करने वाली देश की शीर्ष संस्था है.
बीएयू के कुलपति हैं डॉ एससी दुबे
शिक्षण, अनुसन्धान, परियोजना प्रबन्धन एवं प्रशासन के क्षेत्र में 35 वर्षों का अनुभव रखने वाले डॉ एससी दुबे ने इस वर्ष जनवरी में बीएयू के कुलपति का पदभार ग्रहण किया था. इसके पूर्व वह आईसीएआर मुख्यालय, नई दिल्ली में सहायक महानिदेशक (पौधा संरक्षण एवं बायोसेफ्टी) के पद पर कार्यरत थे.
इंडियन वेटरीनरी एसोसिएशन के पूर्वी क्षेत्र की संयोजक नियुक्त की गयीं डॉ नंदनी कुमारी
रांची: इंडियन वेटरीनरी एसोसिएशन (आईवीए) ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ नंदनी कुमारी को महिला वेट विंग के पूर्वी क्षेत्र का संयोजक नियुक्त किया है. वह पिछले 3 वर्षों से झारखंड इकाई के संयोजक के रूप में काम कर रही थीं और महिला पशु चिकित्सकों के हितों की रक्षा और संवर्धन के लिए कार्यरत थीं.
आईवीए की महिला विंग की राष्ट्रीय संयोजक ने भेजा पत्र
आईवीए की महिला विंग की राष्ट्रीय संयोजक डॉ लक्ष्मी श्रीनिवासन ने इस आशय का पत्र भेजा है, जिसमें लिखा गया है कि इस नियुक्ति को आईवीए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ उमेश चंद्र शर्मा का अनुमोदन प्राप्त है. डॉ शर्मा वेटरीनरी काउंसिल ऑफ़ इंडिया (वीसीआई) के भी अध्यक्ष हैं.
चेन्नई में है इंडियन वेटरीनरी एसोसिएशन का मुख्यालय
वर्ष 1922 में स्थापित इंडियन वेटरीनरी एसोसिएशन का मुख्यालय चेन्नई में है और देशभर में 60 हजार से अधिक पशु चिकित्सकों की यह शीर्ष संस्था है. इंडियन वेटरीनरी जर्नल नाम से संगठन का मुखपत्र सन 1924 से ही लगातार प्रकाशित हो रहा है. पशुओं में महामारी की रोकथाम, पशुओं से प्राप्त होने वाले खाद्य पदार्थों की सुरक्षा, पशु चिकित्सा शिक्षण एवं अनुसंधान को प्रोत्साहन तथा पशु चिकित्सकों के हितों, अधिकारों, मान सम्मान और बेहतर भविष्य का संरक्षण इस संगठन का प्रमुख उद्देश्य है.
कौन हैं डॉ नंदनी कुमारी
डॉ नंदनी कुमारी पिछले लगभग एक दशक से बीएयू के पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय में पशु आनुवंशिकी एवं प्रजनन विषय पढ़ा रही हैं. इनकी अंग्रेजी में 10 तकनीकी पुस्तकें, हिंदी में एक कविता संग्रह एवं 32 शोधपत्र प्रकाशित हैं. डॉ नंदनी इंडियन योगा एसोसिएशन द्वारा सर्टिफाइड योग प्रशिक्षक भी हैं.