इस भीषण गर्मी में सतर्क रहें, बाहर निकलने से बचें

सुबह नौ बजे से ही तापमान इस कदर बढ़ जा रहा है कि लोगों की दिनचर्या ही बिगड़ जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2024 12:29 AM

तपिश ने छीना चैन रांची़ झुलसा देने वाली गर्मी से राजधानी के लोग परेशान हैं. सुबह नौ बजे से ही तापमान इस कदर बढ़ जा रहा है कि लोगों की दिनचर्या ही बिगड़ जा रही है. जैसे-जैसे हवाओं में गर्माहट बढ़ रही है वैसे-वैसे तापमान भी चढ़ने लग रहा है. 12 बजते ही तापमान 38 से 41 डिग्री सेल्सियस तक चला रहा है. बुधवार दोपहर एक बजे शहर का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस मापा गया. शाम सात बजे तक हवाओं में गर्माहट बनी हुई थी. वहीं, मौसम विभाग ने झारखंड के कई जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया है. इधर, प्रचंड गर्मी की चपेट में आकर बीमार हो रहे लोग अस्पताल भी पहुंच रहे हैं. डॉक्टर भीषण गर्मी में सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं.

रिम्स और सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी

भीषण गर्मी का प्रभाव ऐसा है कि जरा सी लापरवाही लोगों को बीमार कर दे रही है. इसकी चपेट में आये लोग बुखार, उल्टी-दस्त, सर्दी-खांसी और त्वचा की समस्या के साथ अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. रिम्स के मेडिसिन, शिशु और स्किन ओपीडी में सबसे ज्यादा गर्मी से पीड़ित मरीज आ रहे हैं. मेडिसिन विभाग में 40 से 45 फीसदी लोग गर्मी या इससे होनेवाली बीमारी के इलाज कराने पहुंच रहे हैं. वहीं स्किन ओपीडी में सन बर्न के मरीज भी पहुंच रहे हैं. इधर, सदर अस्पताल के मेडिसिन और शिशु विभाग में भी मौसमी बीमारी वाले मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गयी है. यहां प्रतिदिन मौसमी बीमारी से पीड़ित 150 से 200 मरीज पहुंच रहे हैं.

पानी की बोतल, छाता, चश्मा न भूलें

भीषण गर्मी को देखते हुए डॉक्टरों ने लोगों काे आगाह किया है कि फिलहाल इस गर्मी में घर के अंदर ही रहें. अनावश्यक यात्रा से बचें, क्योंकि यह आपको बीमार कर सकती है. वहीं, खासकर दोपहर में बचने की सलाह दी जा रही है. यदि निकलना इतना ही जरूरी है, तो अपने साथ पानी की बोतल, छाता, चश्मा लेकर जरूर निकलें. वहीं, पूरे बदन को ढकनेवाला सूती कपड़ा ही पहने. बच्चों को साथ निकलने से बचें.

ये लोग हाइ रिस्क में शामिल, बचाना चुनौती

वैसे लोग जो फील्ड या बाहर काम करते हैं. खासकर निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों और अधिकारियों को लू लगने का खतरा सबसे अधिक रहता है. ऐसे में श्रमिक, रिक्शा चालक, डिलीवरी बॉय, फुटपाथ पर ठेला व खोमचा लगानेवाले हाई रिस्क में शामिल हैं. इनको भीषण गर्मी में खुद को बचाकर रखना चाहिए.

बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी रखें

भीषण गर्मी में बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को बचाना जरूरी है. वहीं, जिन लोगों को पहले से ही कोई गंभीर बीमारी है, उनके लिए भी भीषण गर्मी में खतरा रहता है. ऐसे लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए.

मौसमी और रसदार फल का करें उपयोग

भीषण गर्मी के इस मौसम में खानपान की सावधानी भी बेहद जरूरी हाेती है. तले-भुना खाना और फास्ट फूड से बचना चाहिए. इस मौसम में फलों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए. वैसे फल जो रसदार हैं, वे ज्यादा लाभकारी होते हैं. तरबूज, खरबूज, मौसमी, संतरा, नींबू आदि का उपयोग ज्यादा करें. नारियल पानी और गन्ने का रस भी फायदेमंद है.

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