Pradhan Mantri Awas Yojana list 2020 jharkhand रांची : झारखंड ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना का निर्माण बेहतर होने पर पूरे देश मेें अव्वल स्थान पाया है. वित्तीय वर्ष 2019-20 व 2020-21 के लिए केंद्र सरकार के परफॉरमेंस इंडेक्स के आधार पर झारखंड को सबसे अधिक 82.46 फीसदी अंक मिले हैं. वहीं राजस्थान 82.14 फीसदी अंक लाकर दूसरे और मध्य प्रदेश 76.06 फीसदी अंक लाकर तीसरे स्थान पर रहा.
पहले चरण के वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2018-19 तक में झारखंड को 94.78 फीसदी अंक मिले थे. इस तरह झारखंड दूसरे स्थान पर रहा था, जबकि 95.20 फीसदी अंक लाकर छत्तीसगढ़ पहले नंबर पर रहा था.
अधिकारियों ने बताया कि योजना के तहत झारखंड को अब तक कुल 12,72,916 आवास का लक्ष्य मिला है. इसके विरुद्ध 7,42,117 अावास पूरे कर लिये गये हैं. यानी 58.3 फीसदी लक्ष्य पूरे कर लिये गये. यह लक्ष्य ऐसे समय में हासिल किया गया, जब कोविड-19 के दौरान झारखंड में काम कराना मुश्किल हो रहा था, तब भी यहां बेहतर काम हुए हैं.
योजना की प्रगति के आकलन के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने आवास सॉफ्ट में परफॉरमेंस इंडेक्स तैयार किया है. इसमें प्रगति के लिए अधिकतम मार्क्स 100 रखे गये हैं. वित्तीय वर्ष 2016-17 से अभी तक की प्रगति में उत्तराखंड, झारखंड, सिक्किम व राजस्थान ने 100 अंकों में क्रमश: 92.27, 90.24, 90.04 तथा 89.60 अंक लाये हैं. इस तरह ओवर ऑल में भी झारखंड दूसरे स्थान पर रहा.
आवासों के लिए स्थायी प्रतीक्षा सूची का सिस्टम कितना और कैसे अपलोड हुआ है
ग्रामसभा की कार्यवाही के अपलोड की स्थिति
लाभुकों के आधार के सीडिंग की स्थिति
आवासों के लिए लाभुकों के रजिस्ट्रेशन की स्थिति
आवासों की स्वीकृति की स्थिति
स्वीकृति के बाद पहले, दूसरे व तीसरे किस्तों के भुगतान की स्थिति, समय से हुआ या नहीं या कितने विलंब से हुआ.
आवासों के काम शुरू होने से लेकर पूर्ण होने की स्थिति (समयबद्ध हुआ या विलंब से हुआ)
पहले किस्त के बाद दूसरे किस्त की राशि के भुगतान की स्थिति
राजमिस्त्री प्रशिक्षण की स्थिति
ग्रामीण विकास विभाग के विशेष सचिव सह पीएम आवास योजना के नोडल पदाधिकारी यतींद्र प्रसाद ने कहा कि अफसरों व कर्मचारियों के सही तरीके से जवाबदेही का निर्वहन करने व बेहतर समन्वय से यह संभव हुआ है. विभागीय सचिव अाराधना पटनायक लगातार योजना की मॉनिटरिंग कर रही हैं. योजना की शुरुआत हुई थी, तब के समय झारखंड 17 वें स्थान पर था, लेकिन उसके बाद से लगातार यहां की स्थिति अच्छी हुई है.
झारखंड का अव्वल होने के कई कारण है. टीम वर्क व लगातार प्रयास से यह संभव हो सका है. बाहर से आये राज मिस्त्री, वेल्डर व कारपेंटर की मदद ली गयी. पहला प्राथमिकता उन्हें आवास योजना में काम देना था.
आलमगीर आलम, ग्रामीण विकास मंत्री
12,72, 916
आवास निर्माण का लक्ष्य
7,42,117
मकान बने
posted by : sameer oraon