Hidden Camera: अगर आप खुफिया कैमरे की नजर में है तो हो जाए सावधान, बरतें ये सावधानियां
मोहाली में छात्राओं का वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद एक बार फिर से सवाल उठे रहे है. बदलती तकनीक के बीच अपनी निजता को सुरक्षित के लिए सतर्क होने का समय है. हॉस्टल से लेकर शहरों के सार्वजनिक स्थानों, मॉल, दुकान में लगे कैमरे तक पर खुद की नजर रखने की जरूरत है.
Jharkhand News: पंजाब के मोहाली की एक निजी यूनिवर्सिटी के एक हॉस्टल से आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने की घटना ने संवेदनशील समाज को हिला कर रख दिया है. फोर जी से फाइव जी की ओर भागती-दौड़ती सोशल मीडिया ने नयी चुनौती खड़ा कर दी है. निजता पर संकट का दौर है. खासकर लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. बदलती तकनीक के बीच अपनी निजता को सुरक्षित के लिए सतर्क होने का समय है. हॉस्टल से लेकर शहरों के सार्वजनिक स्थानों, मॉल, दुकान में लगे कैमरे तक पर खुद की नजर रखने की जरूरत है. यह जानना जरूरी है कि तीसरी आंख बेवजह आपकी निजता में तो नहीं झांक रही है.
चेंजिंग रूम और वॉशरूम में इस तरह की सतर्कता जरूरी
एक्सपर्ट के अनुसार छात्राएं जिस हॉस्टल और लॉज में रहती हैं, वहां की सुरक्षा को बारीकी से समझ लें.
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बाथरूम में अगर की-होल, कोई छेद व किसी स्थान पर संदेह हो, तो वार्डन या हॉस्टल संचालिका को बतायें.
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उसी तरह किसी शॉपिंग मॉल में जायें, तो चेंजिंग रूम में सतर्कता बरतें.
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चेंजिंग रूम को पहले अच्छी तरह से जांच लें.
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चेंजिंग रूम की हर चीज को अच्छी तरह परखना चाहिए़ जैसे रोशनदान, गेट हैंडल, फ्लावर पॉट, अलार्म सेंसर, कांच, खिड़की, टॉवेड होल्डर आदि की जांच कर लें.
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कहीं कोई कैमरा या मोबाइल छुपा कर रखा हुआ तो नहीं है. साथ ही एक बार लाइट बंद करके भी जांच की जा सकती है.
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अंधरे कमरे में फोन का कैमरा ऑन कर कैमरे को देखा जा सकता है.
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यहां छिपे हो सकते हैं कैमरे
ये कैमरा किसी भी जगह पर नहीं रखा जा सकता है, क्योंकि इन्हें छिपाकर रखना पड़ता है. इन्हें कुछ खास जगहों पर छिपाया जाता है. स्मोक डिटेक्टर, एयर फिल्टर, घड़ी, सॉफ्ट टॉय, टीवी कैबिनेट, हेयर ड्रायर, पेन या वॉल डेकोर में ये आसानी से छिपाए जा सकते हैं.
मोबाइल की फ्लैश लाइट बेहद खास
मोबाइल की फ्लैश लाइट से किसी खुफिया कैमरा का पता लगाया जा सकता है. ज्यादातर हिडन कैमरों में ग्रीन या रेड एलइडी लाइट होती है, जो चमकती रहती है. यदि आप हिडन कैमरा का पता लगाने चाहते हैं, तो उस कमरे को स्कैन करना होगा. इसके लिए सबसे पहले कमरे की लाइट बंद कर दें. फिर अपने स्मार्टफोन की एलइडी लाइट चालू कर दें. यदि कमरे में हिडन कैमरा लगा हुआ होगा है, तो मोबाइल कैमरे पर कोई लाइट जरूर चमकती दिखायी देगी.
संदिग्ध डिवाइस को छुपा दें
यदि आपको कमरे, बाथरूम या चेंजिग रूम में कोई संदिग्ध उपकरण मिलता है, जिसके बारे में आप पता नहीं लगा पा रहे हैं, तो उस डिवाइस को अनप्लग कर किसी अलमारी में बंद कर दें या किसी मोटे कपड़े से ढक दें.
150
से अधिक हैं निबंधित हॉस्टल
रांची नगर निगम से करीब 150 हॉस्टल ही राजधानी में निबंधित है. इन हॉस्टल और लॉज में सीसीटीवी कैमरा, फायर फाइटिंग सिस्टम, पार्किंग, सिक्यूरिटी गार्ड, पर्याप्त खुली जगह जैसी सुविधाएं रहती हैं. इसके अलावा शहर में बिना निबंधन के सैकड़ों हॉस्टल व लॉज चल रहे हैं.
कमरे और बाथरूम की समय-समय पर जांच करते रहें
पंजाब की घटना निंदनीय है. छात्राओं को आपस में मिल-जुलकर रहना चाहिए. हॉस्टल में छात्राओं की सुरक्षा के लिए वार्डन और गार्ड 24 घंटे सजग रहते हैं. हालांकि छात्राएं खुद भी सतर्क रहें. कमरे और बाथरूम आदि की समय-समय पर जांच करते रहे़ं शॉपिंग मॉल आदि जगहों के चेंजिंग रूम में मोबाइल की लाइट से जांच कर लें.
अभिभावकों को भी जागरूक रहने की जरूरत
लड़कियों की सुरक्षा के लिए हॉस्टल में करीब 15 कैमरे लगे हुए हैं. इसका दुरुपयोग न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाता है़ साथ ही हॉस्टल में समय-समय पर छात्राओं की काउंसेलिंग की जाती है, ताकि वह एक-दूसरे को दोस्त व परिवार के सदस्य के रूप में समझें. अभिभावक भी हॉस्टल व लॉज की सुविधा और सुरक्षा काे परखें. हॉस्टल में रहनेवाले हर छात्रा की जवाबदेही हमारी है.
प्राइवेट हॉस्टल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्राइवेट हॉस्टल के संचालकों का दावा है कि उनके यहां कई चीजों का ध्यान रखा जाता है. मुख्य द्वार के अंदर व बाहर, कॉरिडोर, छात्रा के कमरे के बाहर, डिनर रूम व किचेन और छात्रावास कार्यालय के अंदर बाहर कैमरा रहता है. सिक्यूरिटी गार्ड 24 घंटे तैनात रहते हैं. सिक्यूरिटी गार्ड को ऑफिस कार्यालय तक ही आने की अनुमति होती है. छात्राओं के कमरे तक जाने की अनुमति सिर्फ वार्डन को होती है. बाहरी लोगों को कमरे या छात्राओं को उनके साथ बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाती. वहीं अभिभावक ऑफिस कार्यालय में बच्चे से बातचीत कर सकते हैं.
एक्सपर्ट की राय : अपनी तस्वीर या वीडियो किसी को शेयर न करें
मॉल हो या हॉस्टल-लॉज हर जगह लड़कियों को सतर्क रहने की जरूरत है. चेंजिंग रूम या वाॅश रूम जाने पर अपनी सुरक्षा को लेकर जरूर सजग रहें. साथ ही अपनी तस्वीर या वीडियो किसी को शेयर न करें. मोबाइल में इस तरह का वीडियो या फोटो न रखें. हॉस्टल या लॉज के वॉशरूम के दरवाजे पर अगर कोई की-होल हो, तो शिकायत करें. यदि आपकी बात वार्डन या हॉस्टल-लॉज संचालक नहीं सुनते हैं, तो समीप के थाने या एनसीआरपी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकती हैं.
केस-01: गर्ल्स हॉस्टल में घुस गया था एक लड़का
अगस्त में रांची लॉ हॉस्टल का एक मामला आया था. देर रात लॉ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में एक लड़का घुस गया था. लड़कियों ने उक्त लड़के को पकड़ा और विवि प्रबंधन को सूचना दी. इसके बाद कांके पुलिस ने उस लड़के को गिरफ्तार कर लिया था.
केस-02: हॉस्टल में छात्रा के साथ की थी मारपीट
फरवरी में लोअर बाजार इलाके स्थित गर्ल्स हॉस्टल में एक लड़का घुस गया. साथ ही विरोध करने पर एक छात्रा के साथ मारपीट भी की. इसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया.