झारखंड को मिली बड़ी सौगात : 6000 करोड़ से इन जिलों में बनेगी सड़क, वाराणसी और बंगाल जाना होगा आसान
भारत माला परियोजना के तहत झारखंड को बड़ी सौगात मिली है. वाराणसी-कोलकाता सिक्स लेन परियोजना के पूर्ण होने से झारखंड से वाराणसी या बंगाल जाना आसान हो जायेगा.
रांची, मनोज लाल : केंद्र की भारत माला परियोजना के तहत झारखंड को बड़ी सौगात मिली है. अब वाराणसी-कोलकाता सिक्स लेन परियोजना पर काम शुरू होनेवाली है. यह एक्सप्रेस-वे ग्रीन फील्ड होगा. यानी नये एलाइमेंट के तहत इस पर काम होगा. वाराणसी से बिहार होते हुए सड़क झारखंड के चतरा जिले में प्रवेश करेगी. फिर हजारीबाग से रामगढ़ होते हुए बोकारो तक जायेगी. बोकारो से सड़क सीधे बंगाल की ओर चली जायेगी. झारखंड में एक्सप्रेस-वे का निर्माण छह पैकेज में करीब 200 किमी तक होना है, हालांकि वाराणसी से कोलकाता तक कुल 620 किमी रोड का निर्माण होना है. इस पर करीब 6000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वाराणसी-कोलकाता सिक्स लेन परियोजना के पूर्ण होने से झारखंड से वाराणसी या बंगाल जाना आसान हो जायेगा.
एक साथ शुरू होगा सारे पैकेज पर काम
सभी छह पैकेज का टेंडर निकल गया है. मार्च तक टेंडर स्वीकार किये जायेंगे. झारखंड एनएचएआइ का प्रयास है कि एक साथ सारे पैकेज पर काम शुरू हो. जुलाई से अक्तूबर के बीच काम शुरू करा दिया जायेगा. चतरा जिले में तीन पैकेज (पैकेज 8, 9 और 10) होंगे. इसकी कुल लागत 2859 करोड़ होगी. वहीं हजारीबाग जिले में एक पैकेज (पैकेज 11) 1256 करोड़, रामगढ़ जिले में एक पैकेज (पैकेज 12) 1017 करोड़ और बोकारो जिले में भी एक पैकेज (पैकेज 13) 718 करोड़ रुपये का होगा. इसमें भू-अर्जन की राशि भी शामिल है. सड़क निर्माण में वन्य जीवों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है.
गाड़ियों की गति 120 किमी तय होगी
एक्सप्रेस-वे में चलने के लिए गाड़ियों की सामान्य गति सीमा 120 किमी प्रति घंटे की होगी. चूंकि यह एक्सप्रेस-वे होगा, इसलिए कम दूरी का सफर करनेवाली गाड़ियां इस पर नहीं चल सकेंगी. उनकी इंट्री नहीं होगी. झारखंड के 200 किमी दूरी में इंट्री बहुत कम होगी.
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