प्रतिनिधि, पिपरवार सीसीएल पिपरवार क्षेत्र के कार्यस्थलों पर बायोमेट्रिक फेस रीडींग अटेंडेंस डिवाइस लगाया गया है. डिवाइस के सामने जाने से कर्मियों की हाजिरी स्वत: बन जाती है. यह डिवाइस चेहरे के अलावा हथेली से भी कर्मियों की पहचान करने में सक्षम है. जानकारी के अनुसार डिवाइस के चालू होने पर कर्मियों को दो बार इसके समक्ष उपस्थित होना अनिवार्य होगा. इसके लिए प्रबंधन द्वारा अपने सभी सीसीएलकर्मियों का रजिस्ट्रेशन कर डेटा बेस तैयार कर लिया गया है. अब कर्मियों को कार्यस्थल में आने व जाने के समय उपस्थित होना पड़ेगा. पिपरवार जीएम ऑफिस, अशोक पीओ ऑफिस, पिट ऑफिस, वर्कशॉप, सीएचपी/सीएचपी पीओ ऑफिस, रिजनल स्टोर, बचरा अस्पताल, बचरा पीओ ऑफिस आदि स्थलों में डिवाइस लगाये गये हैं. अभी इस डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट कर ट्राइल किया जा रहा है. कई ऐसे जगह हैं, जहां अभी इंटरनेट की सुविधा नहीं है. वहां भी इंटरनेट उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार पूरे सीसीएल में इस डिवाइस को एक साथ चालू करने की योजना है. टाइम वाइच कंपनी को इस डिवाइस को प्लांट करने का ठेका दिया गया है. पर, इस डिवाइस के चालू हो जाने से एमटीके जैसे पोस्ट की जरूरत नहीं रह जायेगी. आये दिन अटेंडेंस को लेकर होने वाले विवाद भी सदा के लिए खत्म हो जायेंगे. पर, बिना ड्यूटी किये घर बैठ कर वेतन लेनेवाले कर्मियों को परेशानी जरूर होगी. इसलिए अभी से वैसे कर्मी इस डिवाइस के खिलाफ दुष्प्रचार करने लगे हैं. जानकारी के अनुसार कोराना काल के समय भी सीसीएल द्वारा बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया गया था. तब इनफेक्शन व इंटरनेट की अनुपल्ब्धता को आधार बना कर उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था.
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