झारखंड: बीरेंद्र राम की काली कमाई की लाउंड्रिंग के आरोप में नीरज मित्तल समेत तीन गिरफ्तार

नीरज मित्तल को शनिवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया. ईडी द्वारा मांगी गयी पांच दिनों की रिमांड के मुद्दे पर कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई की तिथि तय की. इसके साथ ही उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2023 6:29 AM

रांची: प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने बीरेंद्र राम की काली कमाई की लाउंड्रिंग के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें दिल्ली के सीए मुकेश मित्तल का सहयोगी नीरज मित्तल, हवाला कारोबारी रामप्रकाश भाटिया और फर्जी आधार व पैन के सहारे कंपनी बनानेवाला तारा चंद शामिल है. ईडी ने नीरज मित्तल को दिल्ली से पकड़ कर रांची लाने के बाद गिरफ्तार किया. वहीं, तारा चंद को रांची बुलाकर गिरफ्तार किया गया, जबकि हवाला कारोबारी राम प्रकाश भाटिया को दिल्ली में पकड़कर रांची लाया गया. इसके बाद उसे शनिवार रात गिरफ्तार किया गया.

नीरज मित्तल पीएमएलए कोर्ट में किया गया पेश

शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किये गये नीरज मित्तल को शनिवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया. ईडी द्वारा मांगी गयी पांच दिनों की रिमांड के मुद्दे पर कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई की तिथि तय की. साथ ही उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. राम प्रकाश भाटिया और ताराचंद को रविवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जायेगा. ईडी का समन मिलने के बाद नीरज मित्तल घर छोड़ कर भाग गया था. ईडी ने सीसीटीवी फुटेज से उस गाड़ी को तलाशा, जिससे वह भागा था. इसके बाद ड्राइवर से मिली सूचना के आधार पर उसे दिल्ली से पकड़ कर रांची लाया गया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. इडी बीरेंद्र राम की काली कमाई की लाउंड्रिग के आरोप में सीए मुकेश मित्तल से पहले पूछताछ कर चुका है. फिलहाल वह अपने पते पर उपलब्ध नहीं है. उसकी तलाश जारी है.

काली कमाई की सुनियोजित तरीके से लाउंड्रिंग

ईडी ने जांच में पाया कि बीरेंद्र राम की काली कमाई की लाउंड्रिंग के लिए सुनियोजित साजिश रची गयी थी. इसमें सीए, हवाला ऑपरेटर और फर्जी दस्तावेज के सहारे कंपनी बनानेवाले को शामिल पाया गया. फर्जी दस्तावेज के सहारे खोली गयी कंपनियों के खाते में वित्तीय वर्ष 2020-23 तक की अवधि में कुल 109.18 करोड़ रुपये जमा किये गये थे. यह राशि अब बढ़ कर 121 करोड़ रुपये हो गयी है. इन्हीं फर्जी कंपनियों के खाते से बीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम के खाता में 4.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये थे. शेष रकम जिन लोगों के खातों में ट्रांसफर की गयी, उनके सिलसिले में जांच जारी है. फर्जी कंपनियों के खाते से गेंदा राम के खाते में पैसा ट्रांसफर होने के बाद इससे दिल्ली में जमीन खरीदी गयी.

बीरेंद्र राम के करीबी ने सीए मुकेश मित्तल से किया था संपर्क

जांच में पाया गया कि बीरेंद्र राम के एक करीबी व्यक्ति ने दिल्ली के सीए मुकेश मित्तल से संपर्क कर उसकी काली कमाई को जायज करार देने की पहल की थी. इसके बाद बीरेंद्र राम अपने चचेरे भाई आलोक रंजन के साथ कई बार 20-25 लाख रुपये नकद राशि ले कर दिल्ली पहुंचा और सीए को दिया. इसके अलावा मुकेश मित्तल की मदद से राम प्रकाश भाटिया नामक हवाला ऑपरेटर ने जमशेदपुर से नकद पांच करोड़ रुपये दिल्ली ले जाकर मुकेश मित्तल के पास पहुंचाया. हवाला कारोबारी द्वारा दिल्ली पहुंचायी गयी रकम को फर्जी कंपनियों के खाते में जमा किया गया. इसके बाद इसी रकम में से फर्जी कंपनियों के खातों का इस्तेमाल करते हुए गेंदा राम के खाते में 4.29 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए. बाकी पैसे हवाला ऑपरेटर सहित अन्य लोगों ने कमीशन के तौर पर ले लिये.

नीरज के निर्देश पर तारा चंद ने फर्जी आधार और पैन के सहारे बनायी थीं तीन कंपनियां

ईडी ने जांच में पाया कि दिल्ली निवासी नीरज मित्तल, बीरेंद्र राम के सीए मुकेश मित्तल का सहयोगी है. नीरज के ही निर्देश पर तारा चंद नामक व्यक्ति ने फर्जी आधार और पैन का इस्तेमाल करते हुए तीन कंपनियां बनायीं. इन कंपनियों को खोलने के लिए नीरज मित्तल के सहयोग से ताराचंद के लिए सचिन गुप्ता के नाम से आधार और तीन अलग-अलग पैन कार्ड बनवाये गये थे. तीनों पैन कार्ड पर ताराचंद का फोटो लगाया गया. सचिन गुप्ता के नाम पर खोली गयी कंपनियों के बैंक खतों का नियंत्रण नीरज मित्तल के पास था. बीरेंद्र राम की काली कमाई को इन कंपनियों द्वारा फर्जी व्यापार के सहारे हुई नकद आमदनी के रूप में दिखाया गया. इडी जांच के दौरा सचिन गुप्ता की काफी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद कंपनियों के नाम पर खोले गये खातों से संबंधित मोबाइल फोन की जानकारी मांगी गयी. फोन नंबर के आधार पर इडी ने तारा चंद को ढूंढ़ निकाला. मनी लाउंड्रिंग की इस पूरी प्रक्रिया में तारा चंद की भूमिका को देखते हुए इडी ने उसे भी गिरफ्तार किया है.

फर्जी दस्तावेज के सहारे बनी कंपनियां व उसमें मार्च तक जमा राशि का ब्योरा (करोड़ में)

पैन–कंपनी का नाम–वित्तीय वर्ष–जमा राशि

DGRPG9506F–श्री खाटू श्याम ट्रेडर्स–2020-21–0.18

DGRPG9506F–श्री खाटू श्याम ट्रेडर्स–2021-22–43.66

DCRPG1369A–अनिल कुमार गोविंद राम ट्रेडर्स–2022-23–23.00

DBJPG3661Q–ओम ट्रेडर्स–2021-22–9.79

BDJPG3661Q–ओम ट्रेडर्स–2022-23–32.53

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