बिरसा मुंडा शहादत दिवस पर खूंटी में अखिल भारतीय सरना समाज का सम्मेलन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा होंगे शामिल
खूंटी के उलिहातू गांव में जन्मे भगवान बिरसा मुंडा ने स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिये थे. महज 25 साल की उम्र में उन्होंने जो कर दिखाया, वह आज भी मिसाल है. 15 नवंबर 1875 को उलिहातू में जन्मे बिरसा मुंडा का 9 जून 1900 को रांची स्थित जेल में निधन हो गया था.
भगवान बिरसा मुंडा शहादत दिवस पर शुक्रवार (9 जून) को झारखंड में कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे. वह खूंटी जिले में भगवान बिरसा मुंडा शहादत दिवस सह अखिल भारतीय सरना समाज वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगे. इसके पहले रांची में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी करेंगे.
कोकर में समाधि स्थल पर भी जायेंगे अर्जुन मुंडा
जनजातीय कार्य मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा 9 जून को रांची में एयरपोर्ट के पास स्थित बिरसा चौक और कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. इसके बाद वह खूंटी चले जायेंगे. खूंटी के बिरसा कॉलेज बहुद्देशीय हॉल में भगवान बिरसा मुंडा शहादत दिवस सह अखिल भारतीय सरना समाज वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
बिरसा चौक पर भगवान बिरसा की प्रतिमा पर करेंगे माल्यार्पण
केंद्रीय मंत्री 12:05 बजे दिल्ली से रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे. 12:15 बजे वह बिरसा चौक पहुंचेंगे. यहां भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. यहां से श्री मुंडा कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर पहुंचेंगे. 12:50 बजे वह यहां भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के बाद अपने सरकारी आवास पहुंचेंगे.
2 बजे खूंटी के लिए रवाना होंगे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
दिन में 2 बजे वह अपने आवास से खूंटी के लिए रवाना हो जायेंगे. 3 बजे अर्जुन मुंडा खूंटी पहुंचेंगे. यहां बिरसा कॉलेज बहुद्देश्यी हॉल में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मुरहू प्रखंड स्थित हांसा ग्राम चले जायेंगे. इस गांव में हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसमें शामिल होने के बाद खूंटी के सांसद सह केंद्रीय मंत्री खूंटी सर्किट हाउस चले जायेंगे.
बिरसा मुंडा की जयंती पर हुआ था झारखंड राज्य का गठन
अर्जुन मुंडा एक घंटा यहां विश्राम करने के बाद शाम को 6 बजे सड़क मार्ग से रांची के लिए रवाना हो जायेंगे. शाम में 7 बजे उनका रांची पहुंचने का कार्यक्रम है. बता दें कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को झारखंड अलग राज्य बना था. हर साल उनकी जयंती और पुण्य तिथि पर राज्य में कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं.
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रांची के जेल में हो गया था बिरसा मुंडा का निधन
खूंटी के उलिहातू गांव में जन्मे भगवान बिरसा मुंडा ने स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिये थे. महज 25 साल की उम्र में उन्होंने जो कर दिखाया, वह आज भी मिसाल है. 15 नवंबर 1875 को उलिहातू में जन्मे बिरसा मुंडा का 9 जून 1900 को रांची स्थित जेल में निधन हो गया था. आज इस जेल को बिरसा मुंडा संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया है.