Loading election data...

हेमंत सरकार के खिलाफ प्रदेश भाजपा लायेगी आरोप पत्र, बाबूलाल मरांडी ने किया समिति का गठन

समिति में सदस्य के रूप में शिवपूजन पाठक, योगेंद्र प्रताप सिंह, रविनाथ किशोर, सुनीता सिंह शामिल हैं. प्रदेश भाजपा हर साल हेमंत सरकार की नाकामियों को उजागर करती आयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 14, 2023 6:13 AM

रांची : प्रदेश भाजपा की ओर से हेमंत सरकार के खिलाफ आरोप पत्र लायेगी. हेमंत सरकार के चार वर्ष 28 दिसंबर को पूरे होंगे. इस दृष्टि से इस वर्ष भी पार्टी जनता की अदालत में हेमंत सरकार की चार वर्षों की नाकामियों, लूट, झूठ, भ्रष्टाचार को सटीक आंकड़ों के साथ लेकर जायेगी. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आरोप पत्र तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है. इसके संयोजक पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व आइपीएस डॉ अरुण उरांव बनाये गये हैं. समिति में सदस्य के रूप में शिवपूजन पाठक, योगेंद्र प्रताप सिंह, रविनाथ किशोर, सुनीता सिंह शामिल हैं. प्रदेश भाजपा हर साल हेमंत सरकार की नाकामियों को उजागर करती आयी है. स्पष्ट आंकड़ों के साथ पार्टी ने राज्य सरकार की विफलताओं को उजागर किया है.

Also Read: झारखंड : गिरिडीह में ठंड का प्रकोप, ठिठुर रही है जिंदगी, 10 डिग्री पहुंचा तापमान
भ्रष्टाचारी चाहे किसी दल का, उसे जेल भेजना चाहिए

कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां से करोड़ों रुपये की बरामदगी को लेकर वामदलों ने संयुक्त बयान जारी कर सरकार से कार्रवाई की मांग की है. वामदलों ने जारी बयान में कहा कि पार्टियों की स्पष्ट समझ है कि भ्रष्टाचारी किसी भी दल का हो, दोषी को सजा मिलनी चाहिए. साझा बयान जारी करने वालों में माकपा से प्रकाश विप्लव, भाकपा माले मनोज भक्त, भाकपा महेंद्र पाठक, मासस हलधर महतो, फारवर्ड ब्लाक अरुण मंडल, आरएसपी से गणेश दीवान शामिल हैं. मीडिया को जारी संयुक्त बयान में वामदलों के प्रमुख नेताओं ने कहा कि यह सीधे तौर पर टैक्स चोरी का मामला है. इसलिए इसकी जांच कर उनके ऊपर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. हालांकि, आयकर विभाग ने कितने रुपये की बरामदगी की है, अभी तक उसके ऊपर कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया गया है. वामदलों के नेताओं ने इस पूरे घटनाक्रम को सामने रखते हुए भाजपा के ऊपर इसका राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाते हुए बीजेपी को आर्थिक – राजनीतिक भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा खिलाड़ी बताया. वाम नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर चुनावी फंड में कार्पोरेट घरानों से अरबों रुपये लेने और उन्हें लाखों – करोड़ों का फायदा पहुंचाने का आरोप मढ़ा. गुजरात के एक बड़े व्यापारी के पास से भारी मात्रा में अवैध धन बरामद होने और उस मामले में किसी तरह की जांच नहीं करने को लेकर भी तीखी आलोचना की.

Next Article

Exit mobile version