रांची/गुमला/चतरा (संवाददाता). झामुमो नेता सह गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने कहा है कि भाजपा को आदिवासी शब्द से नफरत है. आदिवासियों को वनवासी कहते हैं. हेमंत सोरेन आदिवासियों के सम्मान, भाषा, संस्कृति व हमारे अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने सरकार द्वारा किये गये उपलब्धियां गिनायी. श्रीमती सोरेन शनिवार को रांची, भरना (गुमला) व मयूरहंड (चतरा) में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रही थी. रांची में प्रत्याशी महुआ माजी के समर्थन में हिंदपीढ़ी, कांटाटोली व खादगढ़ा में चुनावी सभा में कहा कि इंडिया गठबंधन ने पांच साल में विकास की लकीरें खींची है. यहां अच्छे शिक्षण संस्थान भी बनेंगे और अस्पताल भी. हमलोग विकास की बात हवा में नहीं करते हैं बल्कि वह धरातल तक पहुंचता है. महागठबंधन की सरकार ने हर क्षेत्र पर फोकस किया है. यहां पर सड़कों पर चलने में दिक्कत होती थी. ट्रैफिक जाम होता था. जाम से निपटने के लिए कांटाटोली फ्लाइओवर का उदघाटन किया. स्वास्थ्य के लिए अपोलो को रांची में जमीन दी, ताकि बेहतर इलाज हो सके. महुआ माजी की आवाज पहले संसद में गूंजती थी, अब विधानसभा में गूंजेंगी. वहीं मयूरहंड में कल्पना सोरेन ने कहा कि भाजपा आदिवासियों को जल, जंगल व जमीन से दूर करने का काम कर रही है. यहां की खनिज संपदा को लूटना चाहती है. भाजपा वाले झूठे वादे करते हैं. भाजपा ने अपने शासन में राज्यवासियों के हक, अधिकार और मान-सम्मान को कुचलने का काम किया है.
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