रांची : मध्यप्रदेश में राजनीतिक संकट पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश में भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ चुका है. लेकिन, झारखंड में ऐसा नहीं होगा. हेमंत सोरेन ने कहा कि देश ने पहले भी ऐसे कई उदाहरण देखे हैं. हर बार इसके केंद्र में भाजपा रही है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि राजनीति में शुचिता की बात करने वाली भाजपा ने राजनीतिक स्तर को गिरा दिया है. मुख्यमंत्री बुधवार को रामगढ़ के गोला प्रखंड स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा में पूजा-पाठ करेंगे. शिबू सोरेन के नामांकन दाखिल करने के बाद अपने पैतृक गांव निकलने से पहले रांची में हेमंत सोरेन मध्यप्रदेश के राजनीतिक संकट पर एक पत्रकार के सवाल के जवाब में ये बातें कहीं.
हेमंत सोरेन ने दावा किया कि झारखंड की दोनों राज्यसभा सीटों पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के उम्मीदवार जीतेंगे. राज्यसभा की एक सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष शिबू सोरेन की जीत पक्की मानी जा रही है. उन्होंने बुधवार को झारखंड विधानसभा में अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान हेमंत सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे.
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के 10 विधायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन के प्रस्तावक बने. नामांकन के बाद गुरुजी ने दोनों सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवारों की जीत का दावा किया. किसी भी उम्मीदवार को जीत के लिए 28 वोट की जरूरत होगी. झामुमो के 29 विधायक हैं. इसलिए शिबू सोरेन का तीसरी बार राज्यसभा पहुंचना तय है.
राज्यसभा के लिए मतदान 26 मार्च, 2020 को होगा और उसी दिन शाम में मतगणना के बाद नतीजे घोषित कर दिये जायेंगे. 9 अप्रैल, 2020 को राज्यसभा में झारखंड कोटे की दो सीटें खाली हो रही हैं. लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कोटे से प्रेमचंद गुप्ता राज्यसभा पहुंचे थे, जबकि भाजपा के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में परिमल नाथवानी उच्च सदन पहुंचे थे. दोनों का कार्यकाल 9 अप्रैल को खत्म हो रहा है.
परिमल नाथवानी इस बार आंध्रप्रदेश से वाइएसआर कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा जा रहे हैं. मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड से जुड़े श्री नाथवानी लगातार दो बार झारखंड से राज्यसभा सदस्य चुने गये थे. प्रेमचंद गुप्ता को इस बार यूपीए ने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया. चर्चा है कि आरपीएन सिंह झारखंड से राज्यसभा जाना चाहते हैं. हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फुरकान अंसारी भी इसकी तैयारी कर रहे हैं.