Jharkhand Assembly Election 2024: 12 के फेर कई बार फंसी BJP, जानिए क्या कहते हैं चुनावी आकंड़े

भाजपा 2009 और 2019 में जब चुनाव हारी, तो उसकी सीट में पिछले चुनाव के मुकबाले 12 की कमी आयी. वर्ष 2005 में भाजपा 30 सीट जीती थी, तो 2009 में 12 कम हो गयी व सीट संख्या 18 पर पहुंच गयी.

By Nitish kumar | October 28, 2024 9:13 AM

BJP|Jharkhand Assembly Election 2024|रांची| सुनील कुमार झा: राज्य गठन के बाद अब तक हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा का बेहतर प्रदर्शन 2014 में रहा. भाजपा ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सबसे कम 18 सीट 2009 के चुनाव में मिली थी. भाजपा 2009 और 2019 में जब चुनाव हारी, तो उसकी सीट में पिछले चुनाव के मुकबाले 12 की कमी आयी. वर्ष 2005 में भाजपा 30 सीट जीती थी, तो 2009 में 12 कम हो गयी व सीट संख्या 18 पर पहुंच गयी. वर्ष 2019 में जब 25 सीटों पर जीत मिली, तब भी भाजपा की सीट संख्या में पिछले चुनाव के मुकाबले 12 की ही कमी आयी. वर्ष 2014 में भाजपा 37 सीट जीती थी, तो 2019 में वह 25 पर पहुंच गयी.

2005 में संताल परगना की सात सीटों पर जीत मिली थी

वर्ष 2005 में भाजपा ने 63 सीटों पर उम्मीदवार उतारा था. इनमें से 30 सीटों पर जीत मिली थी. वर्ष 2005 में भाजपा को संताल परगना प्रमंडल की सात सीटों पर जीत मिली थी. भाजपा बोरियो, जामताड़ा, जामा, मधुपुर, पोड़ैयाहाट, गोड्डा व महागमा सीट पर जीत दर्ज की थी. इनमें से पोड़ैयाहाट और जामा सीट पर भाजपा फिर से जीत दर्ज नहीं कर सकी. वर्ष 2005 में भाजपा को बरकट्ठा, बड़कागांव, सिमरिया, चतरा, जमुआ, धनवार, गोमिया, बेरमो, सिंदरी, धनबाद, झारिया में जीत मिली थी. वर्ष 2005 के चुनाव के बाद भाजपा को बड़कागांव, धनवार व गोमिया सीट फिर जीत नहीं मिली है. इसके अलावा भाजपा को बहरागोड़ा, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, चाईबासा, खरसावां, तोरपा, खूंटी, खिजरी, रांची, कांके, सिसई, विशुनपुर में जीत मिली थी. इन सीटों में से बहरागोड़ा, विशुनपुर में भाजपा को जीत नहीं मिली.

2009 में 12 सीटों का हुआ था नुकसान

भाजपा को वर्ष 2009 के चुनाव में 12 सीटों का नुकसान हुआ था. भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन वर्ष 2009 में ही रहा है. भाजपा को 2009 में 18 सीटों पर जीत मिली थी. भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. भाजपा को संताल परगना प्रमंडल में मात्र दो सीट पर जीत मिली थी. वर्ष 2005 के चुनाव के मुकाबले भाजपा को पांच सीटों का नुकसान हुआ था. वर्ष 2009 में भाजपा को राजमहल व नाला दो ही सीट पर जीत मिली थी. वर्ष 2009 में भाजपा को बरकट्ठा, बरही झरिया, पोटका, जमशेदपुर पूर्वी, मझगांव, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, खरसावां, खूंटी, कांके, गुमला,रांची, सिमडेगा, मनिका, लातेहार में जीत दर्ज की थी.

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2019 में भाजपा की 12 सीट फिर कम हो गयी

भाजपा 2019 में 37 से 25 सीट पर पहुंच गयी. वर्ष 2014 में जीती हुई 12 सीट भाजपा हार गयी थी. इनमें इचागढ़, खिजरी, गढ़वा, गुमला, गांडेय, गिरिडीह, घाटशिला, चतरा, प सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, झरिया, दुमका, पोटका, बगोदर, बेरमो, बोरियो, मधुपुर, मांडर, सिमडेगा, मनिका, सिसई व महगामा शामिल हैं. वर्ष 2019 में भाजपा 25 सीट जीती थी, उनमें 10 वैसी सीट थी. जो वर्ष 2014 में भाजपा नहीं जीत सकी थी. पिछले चुनाव में भाजपा ने जिन 10 नयी सीटों पर कब्जा जमाया, उनमें तोरपा, मांडू, सिमरिया, पांकी, निरसा, हटिया, चंदनकियारी, भवनाथपुर, सारठ और डालटनगंज शामिल हैं.

2014 में 18 से बढ़कर 37 सीट पर पहुंची पार्टी

वर्ष 2014 में भाजपा को राज्य गठन के बाद हुए चुनाव में सबसे अधिक 37 सीट मिली. भाजपा की सीटों की संख्या में पिछले चुनाव के मुकाबले 19 की बढ़ोतरी हुई. वर्ष 2014 में भाजपा को संताल परगना प्रमंडल में सात सीट मिली थी, जो कि वर्ष 2005 की सीट के बराबर था.

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