पुराने चेहरे पर दावं के साथ भाजपा ने समीकरण साधा धनबाद व चतरा में बदले जा सकते हैं पार्टी के प्रत्याशीधनबाद-चतरा से जुड़ा है खास वर्ग के दावेदारों का भविष्य, एक ही सीट पर मिलेगा मौकाब्यूरो प्रमुख, रांचीभाजपा ने झारखंड में 11 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इसमें सात पुराने चेहरे हैं. रांची, जमशेदपुर, गोड्डा, कोडरमा, पलामू भाजपा की सेफ सीट हैं. भाजपा ने यहां उम्मीदवारों को बरकरार रखते हुए समीकरण साधने का प्रयास किया है.रांची संसदीय सीट में भाजपा को बड़ी चुनौती नहीं है, ऐसे में संजय सेठ के साथ ही आगे बढ़ने का फैसला लिया. जमशेदपुर से विद्युत वरण महतो को टिकट देकर महतो वोटरों को साथ लिया है. वहीं कोडरमा में अन्नपूर्णा देवी की भी उम्मीदवारी तय थी. हजारीबाग से मनीष जायसवाल को टिकट देकर पिछड़ा वोट बैंक को साधने का प्रयास हुआ है. यहां से पहले (2009) यशवंत सिन्हा उसके बाद उनके बेटे जयंत सिन्हा दो बार (2014 व 2019) उम्मीदवार बने. हजारीबाग में भाजपा की गहरी पैठ है. इस सीट पर श्री जायसवाल को देकर बड़ा दावं चला है. अपने वोट बैंक को इंटैक्ट किया है. गोड्डा से डॉ निशिकांत दुबे लगातार अपना खूंटा मजबूत किये हुए हैं. वह झारखंड में भाजपा की ओर से आक्रमक बैटिंग करने वाले नेताओें में से हैं. इंडिया गठबंधन को झारखंड से दिल्ली तक घेरने वाले नेता हैं. श्री दुबे की उम्मीदवारी पर पहले से ही कोई संशय नहीं था. पलामू से बीडी राम की टिकट को लेकर थोड़ा संशय की स्थिति थी. लेकिन पार्टी ने बीडी राम पर ही भरोसा जताया. पलामू से प्रभात भुइयां और पार्टी में हाल के दिनों में शामिल होने वाले घुरन राम को लेकर अटकलें चल रही थीं. हालांकि सूचना है कि घुरन राम को पार्टी ने स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी थी. वहीं प्रभात भुइयां को पार्टी विधानसभा में सीट दे सकती है.
चतरा और धनबाद में कई नामों पर चर्चा
इधर चतरा और धनबाद सीट को पार्टी ने होल्ड पर रखा है. इस सीट से वर्तमान सांसदों को पत्ता कटने की चर्चा है. चतरा से सांसद सुनील सिंह और धनबाद से पीएन सिंह बदले जा सकते हैं. हालांकि चतरा सांसद सुनील सिंह की केंद्रीय नेतृत्व में अच्छी पकड़ है. पार्टी सूत्रों के अनुसार धनबाद और चतरा सीट में किसी एक पर राजपूत उम्मीदवार बनाये जा सकते हैं. चतरा से पांकी विधायक डॉ कुशवाहा शशिभूषण मेहता का नाम तेजी से आगे आया है. पार्टी इनको उम्मीदवार बनाकर बड़े वोट बैंक निशाना साधना चाहती है. वहीं इस सीट के लिए पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह और पार्टी नेता योगेंद्र प्रताप सिंह ने भी अपने-अपने तरीके से लॉबिंग की है. धनबाद में विधायक राज सिन्हा के नाम की चर्चा है. धनबाद में पार्टी के कई दावेदार समाने हैं.
चाईबासा से गीता कोड़ा को उतार कर विधानसभा साधा
भाजपा ने चाईबासा से गीता कोड़ा को उम्मीदवार बना कर अपनी स्थिति कोल्हान में मजबूत करने का प्रयास किया है. इस क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की अच्छी पकड़ है. इस लोकसभा क्षेत्र के अंदर पड़ने वाली छह विधानसभा सीटों में कहीं भी भाजपा नहीं है. सरायकेला से खुद मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने चुनाव जीता है. वहीं चाईबासा से मंत्री दीपक बिरुवा हैं. मंझगांव से झामुमो के निरल पूर्ति, जगरनाथपुर से कांग्रेस के सोना राम सिंकू, मनोहरपुर से झामुमो की जोबा मांझी और चक्रधरपुर से झामुमो के सुखराम उरांव हैं. पांच विधानसभा सीटों पर झामुमो का कब्जा है. भाजपा की नजर झामुमो के गढ़ पर है. इसको गीता कोड़ा के सहारे भेदने की योजना है. विधानसभा चुनाव से पूर्व गीता कोड़ा को आगे कर कुछ नेताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश होगी.
गिरिडीह आजसू के लिए छोड़ा, नयी सीट की उम्मीद नहीं
भाजपा ने गिरिडीह संसदीय सीट से उम्मीदवार नहीं दिया है. यह मान कर चला जा रहा है कि यह सीट आजसू के लिए छोड़ी गयी है. इस सीट पर वर्तमान में आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी सांसद हैं. राजनीतिक हलकों में पिछले कई दिनों चर्चा थी कि आजसू हजारीबाग सीट से भी तैयारी कर रही थी. लेकिन भाजपा ने यहां से मनीष जायसवाल को उतार दिया. ऐसे में आजसू को अब गिरिडीह पर ही समझौता करना पड़ेगा. वहीं गोमिया के विधायक डॉ लंबोदर महतो का भी नाम चर्चा में है.