रांची : प्रदेश भाजपा ने झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर पलटवार किया है. भाजपा ने कहा है कि राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने पैदा की थी. देश के इतिहास में पहली बार शर्मसार करनेवाली घटना घटित हुई, जब एक चुना हुआ मुख्यमंत्री कानून के डर से 40 घंटे तक फरार रहा. इस दौरान वह अपने राज्य के किसी भी अधिकारी से भी संपर्क में नहीं था. उन्होंने राज्य की जनता को उनके भाग्य के भरोसे छोड़ दिया गया था. भाजपा ने कहा कि झारखंड में तो सिर्फ ”भागम भाग” का खेल चल रहा है. पहले ”भाग हेमंत भाग” हुआ. इसके बाद ”भाग विधायक भाग” हुआ. जब इनके पास बहुमत से ज्यादा विधायक थे और प्रदेश में इनकी ही सरकार थी, तो हैदराबाद के राजनीतिक पर्यटन की आवश्यकता समझ से परे है. कहा कि राज्यपाल ने विधि सम्मत और कानून सम्मत निर्णय लिया. अब इस पर भी झामुमो को आपत्ति है. प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि साढ़े छह लाख छात्रों के भविष्य से इस सरकार ने खिलवाड़ किया. 25-25 लाख रुपये में प्रश्न पत्र बेचने की साजिश हुई. अभी तक इस मुद्दे पर कोई एफआइआर नहीं होना और एसआइटी का गठन कर ध्यान बंटाने की कोशिश से साफ दिख रहा है कि यह छात्र विरोधी सरकार है. झामुमो इस मुद्दे पर क्यों खामोश है. जाहिर है प्रश्न पत्र लीक का कवर अप ऑपरेशन चल रहा है.
श्री शाहदेव ने झामुमो और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास से बीएमडब्ल्यू की रिकवरी पर अभी तक दोनों दल रहस्यमय तरीके से खामोश हैं. धीरज साहू और हेमंत सोरेन के बीच का रिश्ता आखिर क्या कहलाता है? इनमें क्या इतनी घनिष्ठता थी कि धीरज साहू अपनी गाड़ी हेमंत के गैरेज में रख रहे थे और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना पैसा धीरज साहू घर रख रहे थे?. इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि जो 350 करोड़ रुपये की रिकवरी धीरज साहू के घर में हुई थी, उसमें हेमंत सोरेन का कितना हिस्सा था.
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