रांची : दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नामांकन दाखिल करने के बाद बुधवार (11 मार्च, 2020) को भारतीय जनता पार्टी ने भी झारखंड से राज्यसभा के अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया. भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. झारखंड की दो राज्यसभा सीटों पर 26 मार्च को मतदान होना है. भाजपा को उम्मीद है कि वह एक सीट आसानी से जीत लेगी.
दीपक प्रकाश 25 फरवरी, 2020 को झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बनाये गये थे. इससे पहले वह प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री थे. झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा की हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 25 फरवरी, 2020 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था. उस वक्त दीपक प्रकाश भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री थे.
नयी दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में 9 राज्यों के उम्मीदवारों की घोषणा की गयी. इसमें झारखंड से दीपक प्रकाश, बिहार से विवेक ठाकुर, असम से भुवनेश्वर कलीता, गुजरात से अभय भारद्वाज और रमीलाबेन बारा, मणिपुर से लिएसेबा महाराजा, मध्यप्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से श्रीमंत उदयना राजे भोंसले और राजस्थान से राजेंद्र गहलोत शामिल हैं.
इतना ही नहीं, पार्टी ने अपने सहयोगी दलों के दो उम्मीदवारों के नाम भी बताये हैं. इसमें महाराष्ट्र से आरपीआइ (ए) के रामदास अठावले और असम से बीपीएफ के बुस्वजीत डाइमरी शामिल हैं.
केंद्रीय समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिहवन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी एवं केंद्रीय चुनाव समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे.
झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होंगे. इसी दिन शाम को 5 बजे नतीजे घोषित कर दिये जायेंगे. निर्दलीय सांसद परिमल नथवाणी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रेमचंद गुप्ता का कार्यकाल 9 अप्रैल, 2020 में खत्म हो रहा है.
चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को कम से कम 28 विधायकों का वोट जरूरी होगा. झामुमो के पास 30 विधायक हैं. बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने के बाद इस पार्टी के सदस्यों की संख्या 26 हो गयी है. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के दो विधायकों को मिला लें, तो भाजपा समर्थक विधायकों की संख्या 28 हो जाती है.
वैसे भाजपा का दावा है कि दो निर्दलीय विधायक उसके संपर्क में हैं. इन्हें मिलाकर भाजपा को भी 30 विधायकों का समर्थन मिल जायेगा. इस तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों एक-एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजने की स्थिति में है.
उल्लेखनीय है कि झारखंड के 2 राज्यसभा सांसदों समेत 17 राज्यों में 55 राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है. इनमें महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 7, इसके बाद तमिलनाडु में 6 और पश्चिम बंगाल में 5 सीटें खाली होंगी. चुनाव आयोग के मुताबिक, 6 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी. 13 मार्च तक उम्मीदवार अपना पर्चा दाखिल कर सकेंगे और 16 मार्च को स्क्रूटनी होगी. 18 मार्च तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.