बीजेपी का सचिवालय घेराव फ्लॉप, लोकप्रियता से डरी भाजपा को है हेमंत फोबिया, बोले झामुमो नेता विनोद कुमार पांडेय
झामुमो नेता विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि दरअसल भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया हो गया है. भाजपा के सारे नेता हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से डर गए हैं. यही कारण है कि एक-दूसरे को पसंद नहीं करने वाले भी एक मंच पर आकर ज्ञान दे रहे हैं. इन्हें दिन-रात सपने में हेमंत सोरेन नजर आते हैं.
रांची: भाजपा के सचिवालय घेराव कार्यक्रम को सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने फ्लॉप करार दिया है. झामुमो के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि इससे अधिक भीड़ तो नुक्कड़ सभाओं में होती है. सचिवालय घेराव कार्यक्रम में इनके कार्यकर्ता नहीं जुटे तो भाजपा के नेता सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के बहाने बना रहे हैं. भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया हो गया है. भाजपा के सारे नेता हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से डर गए हैं. यही कारण है कि एक-दूसरे को पसंद नहीं करने वाले भी एक मंच पर आकर ज्ञान दे रहे हैं. भाजपा के नेताओं ने मजमा लगाकर पुलिस बल पर पत्थर फेंके. मुट्ठी भर उत्पाती लोगों के सहारे भाजपा राज्य में फिर से सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रही है.
भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया
श्री पांडेय ने कहा कि दरअसल भाजपा के नेताओं को हेमंत फोबिया हो गया है. भाजपा के सारे नेता हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से डर गए हैं. यही कारण है कि एक-दूसरे को पसंद नहीं करने वाले भी एक मंच पर आकर ज्ञान दे रहे हैं. इन्हें दिन-रात सपने में हेमंत सोरेन नजर आते हैं. शायद सपने में भी हेमंत-हेमंत चिल्लाते होंगे. इनकी सत्ता पाने की बौखलाहट को राज्य की जनता समझ चुकी है. आज आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और समाज के वंचित वर्ग तक सरकार पहुंच रही है. युवाओं को नौकरियां मिल रही है. उच्च शिक्षा के लिए सरकार छात्रवृति प्रदान कर रही है. राज्य की प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही है.
बीजेपी को जनादेश का सम्मान करना चाहिए
कोरोना काल में सबसे ज्यादा काम हेमंत सोरेन ने कर दिखाया. उस दौरान भी राज्य के विकास की गति धीमी नहीं हुई. किसी को भूखे पेट सरकार ने सोने नहीं दिया. देश-विदेश में हेमंत सोरेन की प्रशंसा हुई. यह झारखंड विरोधी भाजपा के नेताओं को पच नहीं रहा है. भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने नकार दिया. डबल इंजन सरकार की बात करने वाले रघुवर दास अपनी सीट तक गंवा बैठे. भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बाबूलाल मरांडी को भाजपा ने अपना नेता बना दिया. हेमंत सोरेन के खिलाफ बोलने का इन्हें नैतिक अधिकार नहीं है. भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने नकार दिया है. इन्हें जनादेश का सम्मान करना चाहिए.