Jharkhand news: ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) से संक्रमित जमशेदपुर की एक महिला की मौत रिम्स में हो गयी. 21 दिसंबर की सुबह जमशेदपुर से गंभीर स्थिति में महिला को रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गयी. जमशेदपुर से ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला के बारे में बताया कि रिम्स आने पर उसे डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया था. लेेकिन, तबीयत बिगड़ने पर उसे न्यू ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किया गया था. डॉक्टर्स लगातार उसपर नजर बनाये थे, लेकिन वो बच नहीं पायी.
रिम्स प्रबंधन के मुताबिक, जमशेदपुर से रिम्स आने पर महिला का काेविड जांच किया गया था, जिसका रिपोर्ट निगेटिव आया था. बताया गया कि ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला जिस वक्त रिम्स में भर्ती होने आयी थी, उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी. इसके बावजूद डॉक्टर्स ने जान बचाने की काफी कोशिश की.
जमशेदपुर की इस पीड़ित महिला में ब्लैक फंगस का संदिग्ध मरीज मानते हुए टीएमएच के डॉक्टरों ने रिम्स रेफर किया था. लेकिन भर्ती होने के 19 घंटे के भीतर ही महिला की मौत हो गयी. रिम्स प्रबंधन ने बताया है कि मंगलवार की शाम उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था. पहले उसे डेंगू वार्ड में रखा गया था, लेकिन देर रात स्थिति गंभीर होने पर उसे ट्रॉमा सेंटर की आइसीयू में शिफ्ट किया गया.
ब्लैक फंगस को लेकर गाइडलाइन भी जारी हुआ है. गाइडलाइन के तहत बताया गया है कि जहां कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है, वहां 30 बिंदुओं पर भी नजर रखनी है. यह भी बताया गया है कि अगर मरीजों को लगातार बुखार, चेहरे पर दर्द, सिरदर्द, दांत ढीले हो जान, नाक के बीच कालापन और आंख में लाली के साथ दर्द हो, तो उस पर निगरानी रखते हुए जल्द उसका इलाज शुरू कर देना चाहिए. वर्तमान में झारखंड में ब्लैक फंगस का एक भी एक्टिव केस नहीं है.
Posted By: Samir Ranjan.