रांची. रांची में जारी 10 दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेला का शनिवार को नौवां दिन था. इस मौके पर मेला स्थल पर कई कार्यक्रम हुए. इस मौके पर आयोजित परिचर्चा में भी कई लोगों ने भाग लिया. इसका विषय जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा साहित्य था. मौके पर डॉ करणुलियुस मिंज ने कहा कि नागपुरी भाषा और साहित्य में गहन शोध कार्य जारी है. डॉ रामप्रसाद ने कहा कि भाषा साहित्य की वाहिका होती है.
भाषा और साहित्य का अध्ययन करें
मौके पर डॉ राजाराम महतो ने कुरमाली भाषा और साहित्य की विस्तृत जानकारी दी. कहा कि जिस राज्य की क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा का प्रसार हो रहा है, वही राज्य विकसित राज्य हो सकता है. वहीं डॉ मंजय प्रमाणिक ने कहा कि भाषा और साहित्य का अध्ययन करना चाहिए तथा यह हमारे क्षेत्र को बचाता है. डॉ शांति देवी ने श्रोताओं की कमी पर चिंता व्यक्त की. संचालन अशोक कुमार प्रमाणिक तथा धन्यवाद ज्ञापन संगीता कुमारी ने किया. मौके पर लक्ष्मी नाथ महतो, डॉ अरुण कुमार, संगीता कुमारी आदि मौजूद रहे. वहीं फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में आयत जिया, बसप जिया, अंशिका पोद्दार, अंश पोद्दार, टिस्टा मोदी, काव्य मोदी, अद्विका एंजेल गुप्ता आदि ने विविध विषय को लेकर प्रतियोगिता में भाग लिया और सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.
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