रील्स देखने की लत! कहीं आप भी तो नहीं ब्रेन रॉट के शिकार, दिमाग पर पड़ा रहा है बुरा प्रभाव
Brain Rot: बार बार मीम्स और रील्स देखने से भी दिल नहीं भर रहा है तो ब्रेन रॉट के शिकार हैं. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 2024 के ''वर्ड ऑफ द ईयर'' के लिए इस शब्द को चुना है.
रांची : अगर मीम्स और रील्स से दिल नहीं भर रहा है और बार-बार देखने का मन कर रहा है, तो इसके लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस डिक्शनरी ने एक नया शब्द तैयार किया है. इसको ब्रेन रॉट कहा गया है. ब्रेन रॉट शब्द सोशल मीडिया पर बेकार ऑनलाइन सामग्री को ज्यादा देखने वालों के लिए है. ब्रेन रॉट (Brain Rot) का मतलब है किसी व्यक्ति की मानसिक या बौद्धिक स्थिति का कथित रूप से बिगड़ना. इसे बेकार या बेहद आसानी से समझ आने वाली सामग्री का बार-बार इस्तेमाल का नतीजा माना जाता है.
”वर्ड ऑफ द ईयर” बेन रॉट को चुना गया
ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी हर साल ”वर्ड ऑफ द ईयर” का एलान करती है. यूनिवर्सिटी उन शब्दों को चुनती है, जिसकी चर्चा वर्तमान युग को ध्यान में रखते हुए सबसे ज्यादा की गयी है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने 2024 के ”वर्ड ऑफ द ईयर” के लिए बेन रॉट (Brain Rot) शब्द को चुना है. अगर आप दिन भर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं, तो फिर आप ब्रेन रॉट का शिकार हैं. इस शब्द को अब आधिकारिक मान्यता मिल चुकी है.
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क्या कहते हैं रिनपास के मनोचिकित्सक
रांची में स्थित रिनपास के मनोचिकित्सक डॉ सिद्धार्थ सिन्हा कहते हैं कि दरअसल, पिछले दो दशक में अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उदय हुआ है, जिन पर लोग दिन के कई घंटे बर्बाद कर रहे हैं. लोगों की आदतें अब बदल चुकी हैं. बदलाव इतना हुआ है कि लोग मोबाइल फोन के साथ वॉशरूम तक में जाने लगे हैं. सोशल मीडिया के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से लोगों की सोचने की क्षमता भी प्रभावित हुई है.
क्या है ब्रेन रॉट
ब्रेन रॉट का मतलब दिमाग का सुस्त पड़ना और सोचने-समझने की शक्ति कम होना है. ज्यादा समय तक ऑनलाइन खासतौर पर सोशल मीडिया पर बेकार की चीजें देखने से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है.