डकरा.केडीएच कोयला खदान विस्तारीकरण के लिए जामुन दोहर बस्ती खाली कराने के मुद्दे पर सोमवार को खलारी अंचल कार्यालय में सीओ प्रणव अंबष्ठ के साथ एनके एरिया के महाप्रबंधक सुजीत कुमार, केडीएच परियोजना पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह, योजना एवं परियोजना विभाग प्रमुख निशांक प्रकाश के साथ उच्चस्तरीय बैठक हुई. बैठक में सीसीएल अधिकारियों ने बताया कि बस्ती में कुल 110 घरों को खाली कराना है. इनमें छह घरों को खाली कराया गया है. बैठक में बचे हुए घरों को खाली कराने में आ रही समस्याओं की जानकारी दी गयी. बताया गया कि कुल 26 लोगों ने घर खाली करने की लिखित सहमति दी थी. बाद में बस्तीवालों का सहयोग नहीं मिल रहा है. अंचल अधिकारी ने सीसीएल के अधिकारियों से कहा कि वे सभी मकान को खाली कराने के पूर्व होनेवाली तैयारियों को पूरा करें, ताकि जिला प्रशासन के सहयोग से मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कानूनी कार्रवाई के साथ मकान खाली कराने की प्रक्रिया हो. इसके अलावा खदान विस्तार को लेकर आये दिन तरह-तरह की हो रही समस्याओं पर भी चर्चा की गयी.
45 लाख टन कोयले का है भंडार:
लगभग दो एकड़ जमीन पर जामुन दोहर बस्ती की बसावट है. इसके नीचे लगभग 45 लाख टन कोयला है. यह बस्ती खाली नहीं हुआ, तो केडीएच के साथ-साथ एनके एरिया का भविष्य भी प्रभावित हो सकता है. केडीएच कोयला खदान के पास खनन कार्य के लिए जमीन नहीं है. इस परियोजना को वित्तीय वर्ष 2024-25 में दस लाख टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया है.
प्रबंधन ने की सहयोग की अपील:
महाप्रबंधक सुजीत कुमार और केडीएच पीओ अनिल कुमार सिंह ने एनके क्षेत्र के सभी श्रमिक संगठन प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, रैयत-विस्थापित परिवार और आम लोगों से जामुनदोहर बस्ती खाली कराने में सहयोग करने की अपील की है. कहा कि एनके एरिया अपने इतिहास के सबसे चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा है. ऐसे में हर वर्ग के लोगों को सामने आकर सहयोग करना चाहिये, ताकि क्षेत्र के भविष्य को बचाया जा सके.