राज्य में स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर ब्रेक, उपयोगिता पर हो रहा पुनर्विचार

झारखंड में स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर ब्रेक लग गया है. स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शुरू की गयी योजनाओं का काम बंद कर दिया गया है. एचइसी में प्रस्तावित स्मार्ट सिटी में बनाये जा रहे कन्वेंशन सेंटर और सिविक टॉवर का काम रोक दिया गया है.

By Pritish Sahay | March 15, 2020 2:25 AM

विवेक चंद्र, रांची : झारखंड में स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर ब्रेक लग गया है. स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शुरू की गयी योजनाओं का काम बंद कर दिया गया है. एचइसी में प्रस्तावित स्मार्ट सिटी में बनाये जा रहे कन्वेंशन सेंटर और सिविक टॉवर का काम रोक दिया गया है. शहर में प्रस्तावित चार स्मार्ट सड़कों का काम बंद कर दिया गया है.

कांके के सिमलिया में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर डिजाइन को भी गै- जरूरी बताते हुए उसमें बदलाव का निर्देश दिया गया है. स्मार्ट सिटी की इन सभी योजनाओं पर होनेवाला शत-प्रतिशत खर्च राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा था. नगर विकास विभाग ने अब इन योजनाओं की उपयोगिता पर पुनर्विचार के बाद ही आगे काम बढ़ाने का फैसला लिया है. विभागीय सचिव विनय कुमार चौबे ने इससे संबंधित निर्देश दिये हैं.

कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए गुजरात घूमकर लौटे थे अफसर : एचइसी में बनाये जा रहे रांची स्मार्ट सिटी में प्रस्तावित कन्वेंशन सेंटर का निर्माण गुजरात के गांधीनगर में बने महात्मा मंदिर के कन्वेंशन सेंटर की तर्ज पर करने की योजना थी. रघुवर दास के नेतृत्ववाली भाजपा सरकार में कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए अधिकारियों की टीम गुजरात घूम कर आयी थी.

टीम ने वहां गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में बने कन्वेंशन सेंटर का अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट सौंपी थी. महात्मा मंदिर में 5000 लोगों की क्षमता वाले कन्वेंशन सेंटर की तर्ज पर स्मार्ट सिटी में भी निर्माण की डिजाइन तैयार करायी गयी थी. इसकी लागत करीब 390 करोड़ रुपये थी.

200 करोड़ में बनना था अर्बन सिविक टॉवर : स्मार्ट सिटी में 12,293 वर्ग मीटर में अर्बन सिविक टॉवर बनाये जाने की योजना थी. 12 तल्ला ऊंचे प्रस्तावित भवन के निर्माण पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किये जाने थे. यहां कंपनियों के शोरूम और सरकारी कार्यालयों को जगह दी जानी थी. भवन में 100 से अधिक चार पहिया और 500 दोपहिया वाहनों की पार्किंग के साथ शॉप, फूड कोर्ट, वर्क स्टेशन स्पेस, मीटिंग रूम, बोर्ड रूम, ऑडियो विजुअल कांफ्रेंस रूम का निर्माण भी किया जाना था. चार सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए टेंडर के बाद हुआ था भूमि पूजन

भाजपा सरकार में राजधानी की चार सड़कों काे स्मार्ट बनाने के लिए भूमि पूजन कर काम शुरू किया गया था. राजभवन से हरमू होते हुए बिरसा चौक(8.85 किमी), हिनू चौक से रांची एयरपोर्ट (2.55 किमी), राजभवन से कांटाटोली (2.8 किमी) व राजभवन से बूटी मोड़ (7.4 किमी) तक की सड़क को स्मार्ट बनाने के लिए टेंडर फाइनल कर काम दिया गया था. हालांकि, हिनू चौक से रांची एयरपोर्ट तक को छोड़ कर अन्य किसी सड़क पर काम शुरू नहीं किया जा सका. इस सड़क पर भी एक ही ओर काम किया गया है. अब अन्य तीन सड़कों की उपयोगिता पर विचार किया जा रहा है.

सिमलिया में 200 करोड़ खर्चकर 300 वाहनों के लिए बननी थी पार्किंग : रघुवर सरकार में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए कांके के सिमलिया में जगह का चयन किया गया था. योजना पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किये जाने थे. इस राशि से वहां 300 वाहनों की पार्किंग बनायी जानी थी.

उक्त स्थल पर मिट्टी भरने में 40 करोड़ रुपये और चहारदीवारी पर 20 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना थी. ट्रांसपोर्ट नगर की डिजाइन में वेयर हाउस निर्माण की कोई योजना नहीं थी. अब वर्तमान सरकार केवल वाहनों को खड़ा करने की जगह पर बड़ी राशि नहीं खर्च करना चाहती है. परामर्शी कंपनी को फिर से डिजाइन में संशोधन करने और आवश्यकता पड़ने पर किसी दूसरी जगह का चुनाव करने का निर्देश दिया गया है.

उपयोगिता पर हो रहा पुनर्विचार :

  • एचइसी में प्रस्तावित स्मार्ट सिटी में बन रहे कन्वेंशन सेंटर व सिविक टॉवर का काम रुका

  • प्रस्तावित चार में से तीन स्मार्ट सड़कों का काम बंद

  • ट्रांसपोर्ट नगर का नया डिजाइन बनने तक रुका कार्य

कन्वेंशन सेंटर, सिविक टॉवर और स्मार्ट सड़क के निर्माण पर काफी राशि खर्च की जा रही थी. इन तीनों योजनाओं की उपयोगिता पर पुनर्विचार किया जा रहा है. पुनर्विचार के बाद ही काम आगे बढ़ाया जायेगा. ट्रांसपोर्ट नगर की डिजाइन में कई गड़बड़ियां हैं. डिजाइन में संशोधन के लिए कहा गया है. संशोधन के बाद उस पर विचार किया जायेगा.

विनय कुमार चौबे, सचिव, नगर विकास विभाग

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