झारखंड के इन तीन पुलों का काम अब भी बाकी, अभी नहीं शुरू होगा विकास-रामपुर रोड
विकास-रामपुर फोर लेन (रांची रिंग रोड फेज वन और टू) रोड दिसंबर में भी पूरा नहीं हो सकेगा. इसे दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन इस मार्ग पर तीन पुलों का काम बाकी है.
झारखंड के विकास-रामपुर फोर लेन (रांची रिंग रोड फेज वन और टू) रोड पर आवागमन शुरू करने के लिए अभी इंतजार करना होगा. क्यों कि दिसंबर तक इसका काम पूरा नहीं हो सकेगा. आपको बता दें कि इसे दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन इस मार्ग पर तीन पुलों का काम बाकी है. तीनों पुलों को पूर्ण करने में काफी समय लगने का अनुमान है. इसे देखते हुए अब अप्रैल 2023 तक इसे चालू करने की योजना है.
ये काम हैं बाकी: इस मार्ग पर रांची-मुरी रेल लाइन के टाटीसिलवे स्थित अप और डाउन लाइन पर पुल का काम बाकी है. इसका काम करीब 60 प्रतिशत हुआ है. वहीं विकास (रुक्का) के आगे स्वर्णरेखा तट पर तुरुप के निकट भी पुल का आधा काम बाकी है. जब तक इन पुलों का काम नहीं हो जाता है, आवागमन चालू नहीं किया जा सकेगा. वहीं सड़क का काम काफी हद तक हो गया है.
तीन साल बीत गये एग्रीमेंट हुए:
करीब 24 किमी लंबी इस सड़क का काम मेसर्स रामकृंपाल कंस्ट्रक्शन को दिया गया था. तीन साल से अधिक समय बीत गये लेकिन, इसका काम पूरा नहीं हुआ है. इसका एग्रीमेंट जून 2019 को हुआ था. डेढ़ साल यानी दिसंबर 2020 तक इसे काम पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था. टाइम एक्सटेंशन मिलता रहा. अंत में दिसंबर 2022 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया, फिर भी काम पूरा नहीं हो रहा है.
मधुकॉन को मिला था काम:
रिंग रोड फेज वन और टू के रूप में चिह्नित इस सड़क को राज्य सरकार को बनाना था, पर राज्य ने एनएचएआइ से इसे अपने अधीन लेकर बनाने का आग्रह किया. तब इसका काम मधुकॉन लिमिटेड को मिला. मधुकॉन ने चार-पांच वर्षों तक इसका काम लटकाया. मधुकॉन के टर्मिनेट होने पर इसका काम मेसर्स रामकृपाल कंस्ट्रक्शन को दिया गया. कुल मिला कर सात-आठ वर्षों से इसका काम लटका हुआ है.
विकास-कांटाटोली-नामकुम सड़क बनाना होगा मुश्किल
इंजीनियरों का कहना है कि विकास से बूटी मोड़ होते हुए कांटाटोली-नामकुम आरओबी काम शुरू होने जा रहा है. अगर विकास-रामपुर रोड चालू हो जाता, तो इस सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम होता, जिससे इसके निर्माण में अड़चनें नहीं आती, लेकिन अब इस सड़क के काम शुरू होने पर जाम की समस्या होगी.