ब्राउन शुगर, अफीम, ड्रग्स से युवाओं की जिंदगी हो रही है बर्बाद, रोक लगायें : हाइकोर्ट
राजधानी रांची सहित राज्य में ब्राउन शुगर, अफीम, ड्रग्स की धड़ल्ले से हो रही बिक्री को झारखंड हाइकोर्ट ने गंभीरता से लिया है. जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद व जस्टिस अरुण कुमार राय की खंडपीठ ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया.
राजधानी रांची सहित राज्य में ब्राउन शुगर, अफीम, ड्रग्स की धड़ल्ले से हो रही बिक्री को झारखंड हाइकोर्ट ने गंभीरता से लिया है. जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद व जस्टिस अरुण कुमार राय की खंडपीठ ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया. खंडपीठ ने माैखिक रूप से कहा कि राज्य में नशा का अवैध कारोबार चिंताजनक है. नशा से युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है. नशे का प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. नशे का कारोबार करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि इस अवैध कारोबार पर पूरी तरह से रोक लग सके. खंडपीठ ने रांची के एसएसपी को नशा का कारोबार करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. खंडपीठ ने कहा है कि सुखदेव नगर थाना सहित अन्य इलाकों में जो भी दुकानदार अथवा अन्य लोग ड्रग्स के धंधे में शामिल हैं, उन्हें शीघ्र चिह्नित कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाये. खंडपीठ ने नशे के कारोबार से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी पर राज्य सरकार को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. उल्लेखनीय है कि प्रभात खबर में ब्राउन शुगर, अफीम, गांजा सहित अन्य नशा के धंधेबाजों के खिलाफ लगातार रिपोर्ट प्रकाशित हो रही है. विगत दिनों सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में ब्राउन शुगर, गांजा की बिक्री करनेवालों की गिरफ्तारी भी हुई है. राजधानी रांची के अन्य क्षेत्रों में भी पुलिस की मौजूदगी में ड्रग्स का अवैध कारोबार चल रहा है. अखबार में प्रकाशित खबर को झारखंड हाइकोर्ट ने गंभीरता से लिया है.