ब्राउन शुगर की चपेट में रांची, बर्बाद हो रही हजारों युवाओं की जिंदगी, नशे का हब बना सुखदेवनगर थाना क्षेत्र
झारखंड की राजधानी रांची ब्राउन शुगर की चपेट में है. इससे हजारों युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है. रांची का सुखदेवनगर थाना क्षेत्र नशे का हब बन गया है.
रांची: ब्राउन शुगर जानलेवा नशा है. रांची के युवा तेजी से इस नशे की चपेट में आ रहे हैं. रांची शहर का सुखदेवनगर थाना क्षेत्र ब्राउन शुगर कारोबारियों का बड़ा अड्डा बन चुका है. इलाके में ब्राउन शुगर मिलने का कई हॉट स्पॉट है. विद्या नगर करम चौक के समीप का रहनेवाले एक युवक के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि वह मैट्रिक व इंटर में पढ़ने में काफी तेज था. 96-98 प्रतिशत नंबर लाता था. लगता था कि भविष्य में वह काफी बेहतर करेगा. लेकिन, ड्रग्स ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी. घर की इस इकलौती संतान को ड्रग्स के चंगुल से बचाने के लिए परिवारवालों ने कई बार नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया. हर बार घर लौटते ही वह दोबारा ड्रग पैडलर के संपर्क में आकर नशा करने लगता. इसी तरह एक अन्य व्यवसायी युवक ने काफी मेहनत कर खुद का घर बनाया. बिजनेस भी ठीक-ठाक करने लगा, लेकिन ब्राउन शुगर की लत ने उसे केंद्र सरकार के नशा मुक्ति केंद्र तक पहुंचा दिया. यह दो मामले महज उदाहरण हैं. ऐसे सैंकड़ों मामले हैं, लेकिन पुलिस व अन्य एजेंसियों के स्तर पर कभी भी अभियान चला कर ठोस कार्रवाई नहीं की गयी. स्थानीय थाने की पुलिस ने कोरम पूरा करने के नाम पर कुछ लोगों को पकड़ कर जेल भेजा. लेकिन, मुख्य सरगना को पुलिस आज तक नहीं पकड़ पायी. इसी वजह से सुखदेवनगर थाना क्षेत्र शहर में ब्राउन शुगर के कारोबार का हब बन गया है. शहर के दूसरे इलाकों के युवा भी यहां आकर ब्राउन शुगर लेते हैं.
पुलिस को भी खुलेआम धमकी देते हैं ब्राउन शुगर के कारोबारी
क्षेत्र के लोगों का दावा है कि जब भी वे ब्राउन शुगर के धंधे में लगे लोगों को यह काम करने से मना करते हैं, तो वे खुलेआम धमकी देते हैं. कुछ माह पूर्व एक विद्यानगर स्कूल स्ट्रीट स्थित एक प्रतिष्ठित हॉस्टल से अपने बच्चे को ले जाने एक दारोगा जी आये थे. उन्होंने देखा कि कुछ लोग ब्राउन शुगर बेच रहे हैं. उन्होंने उनलोगों को चेतावनी दी कि सबको पकड़ कर जेल भेज देंगे. इस पर ड्रग पैडलर ने कहा : आप क्या जेल भेजिएगा, हमलोग आपकी वर्दी उतरवा देंगे. पुलिस को हर माह पांच लाख फ्री में थोड़े ही देते हैं.
नशेड़ियों के खौफ से शाम में बाहर नहीं निकलतीं महिलाएं
क्षेत्र के प्रबुद्ध लोग बताते हैं कि ब्राउन शुगर का नशा करने के बाद युवा आपस में गाली-ग्लौज व मारपीट करते हैं. सड़क पर गुजर रही महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं. कुछ महिलाओं के साथ तो छिनतई की घटनाएं भी हुई है. अगर कोई बुजुर्ग नशा करनेवाले को रोक-टोक करते हैं, तो उनके साथ भी गलत व्यवहार किया जाता है.
आठ प्वाइंट ब्राउन शुगर की कीमत 500 रुपये
पीड़ित युवाओं के परिजन बताते हैं कि सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में आठ प्वाइंट (माचिस की एक तीली पर लगे बारूद जितना हिस्सा) ब्राउन शुगर की कीमत 500 रुपये है. एक युवक औसतन 24 घंटे में चार से पांच बार ब्राउन शुगर का सेवन करता है. यानी हर नशेड़ी रोजाना दो से ढाई हजार रुपये के ब्राउन शुगर का इस्तेमाल करता है.
ऐसे ब्राउन शुगर का सेवन करते हैं नशेड़ी
ब्राउन शुगर ठोस होता है या कहें कि जमे हुए रूप में होता है. नशा करनेवाला व्यक्ति ब्राउन शुगर को एल्युमिनियम फॉयल के ऊपर रखकर नीचे से माचिस की तीली जला कर उसे गर्म करता है, जिससे ब्राउन शुगर धुएं में बदल जाता है. इस धुएं को वह मुंह से अंदर खींचता हैं. फिर फ्रूटी पीता है या चॉकलेट खाता है, ताकि नशा तेजी से बढ़े. इसके बाद नशा बढ़ाने के लिए अलग से सिगरेट या बीड़ी पीता है. नशा करनेवाले एक युवक ने बताया कि ब्राउन शुगर जैसे ही शरीर के अंदर जाता है, लगता है कि वह हवा में उड़ रहा है. ब्राउन शुगर का सेवन करने से आंखों और नाक से पानी आने लगता है.
सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के हॉट स्पॉट
विद्यानगर करम चौक, दारोगा राय चौक (हरमू), आनंदपुरी चौक, विद्यानगर स्कूल स्ट्रीट, पहाड़ी टोला, इरगू टोला, कुम्हारटोली, चूना भट्ठा, मधुकम, आनंदपुरी चौक, स्वर्णजयंती नगर, भारत माता चौक से विद्या नगर, गंगा नगर, जमुना नगर, श्रीनगर, भवानी नगर, कृष्णानगर व न्यू मधुकम रोड नंबर-5.