बूढ़ा पहाड़ के ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू, मिलेगा ये काम, जानें कितनी मिलेगी तनख्वाह
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पहाड़ के ऊपर सुरक्षा कैंप में जो जवान रहते हैं. उनके पास अभी खाना सहित अन्य सामान हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाये जाते हैं
बूढ़ा पहाड़ में ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने और रोजगार की सुविधा प्रदान करने के लिए झारखंड पुलिस छह घोड़े की खरीद करेगी. इस दिशा में झारखंड जगुआर (एसटीएस) ने तैयारी शुरू कर दी है. घोड़े की खरीदारी के बाद इसे बूढ़ा पहाड़ में रहनेवाले छह ग्रामीणों को सौंपा जायेगा. ग्रामीणों के चयन के लिए उनका आधार कार्ड भी मंगा लिया है.
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पहाड़ के ऊपर सुरक्षा कैंप में जो जवान रहते हैं. उनके पास अभी खाना सहित अन्य सामान हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाये जाते हैं. इसके अलावा ग्रामीणों अभी जो अभी माथा या कंधे पर सामान ढोकर ऊपर ले जाते हैं.
उन्हें दो हजार रुपये की दर से भुगतान किया जाता है. लेकिन ग्रामीणों के लिए ऊपर सामान ढोकर ले जाना काफी कठिन काम है. क्योंकि पहाड़ के ऊपर चढ़ाई काफी कठिन है. इसलिए ग्रामीणों को इस काम के लिए घोड़े दिये जायेंगे. इसके बाद सामान ले जाने के एवज में 1500 रुपये का भुगतान किया जायेगा. घोड़े की देखभाल करने खिलाने की जिम्मेवारी ग्रामीणों की होगी. घोड़ा दिये जाने के बाद वहां के ग्रामीणों के लिए बाजार सहित अन्य स्थान से सामान लाकर ऊपर पहाड़ पर पहुंचाना एक रोजगार की तरह होगा.