भाजपा में सांगठनिक चुनाव की तैयारी, 45 वर्ष से अधिक का नहीं होगा मंडल अध्यक्ष,

दो टर्म सक्रिय सदस्य रहनेवाले ही बन सकेंगे पार्टी के जिलाध्यक्ष

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2024 5:09 AM

दो टर्म सक्रिय सदस्य रहनेवाले ही बन सकेंगे पार्टी के जिलाध्यक्ष

संगठन में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर लागू की गयी उम्र की बाध्यता

50 प्रतिशत से अधिक जिलाध्यक्ष के निर्वाचन के बाद शुरू होगी प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया

सतीश कुमार, रांची

प्रदेश भाजपा में सदस्यता अभियान के साथ बूथ से प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसको लेकर प्रदेश चुनाव पदाधिकारी व सह चुनाव पदाधिकारी की घोषणा हो चुकी है. प्रदेश चुनाव पदाधिकारी डॉ प्रदीप वर्मा के नेतृत्व में बूथ से लेकर प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया मार्च के पहले सप्ताह तक पूरी करने का समय निर्धारित किया गया है. इसको लेकर बूथ अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर अर्हताएं तय की गयी है. संगठन में युवाओं को भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर विशेष जोर दिया गया है. भाजपा में 45 वर्ष से अधिक का मंडल अध्यक्ष नहीं होगा. अगर ऐसा होता है तो ऐसे मंडल अध्यक्ष का निर्वाचन प्रदेश स्तर से रद्द कर दिया जायेगा. वहीं जिलाध्यक्ष की उम्र 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. जिलाध्यक्ष के लिए कम से कम दो टर्म सक्रिय सदस्य रहना अनिवार्य रखा गया है.

संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया में सबसे पहले बूथ अध्यक्ष का निर्वाचन होगा. बूथों पर दो से तीन सक्रिय सदस्य रहने पर ही चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ होगी. 50-50 सदस्य बनाने वाले ही सक्रिय सदस्य बनेंगे. इसके बाद पहले एक नाम पर सहमति बनाने का काम किया जायेगा. अगर बात सहमति से नहीं बनी तो चुनाव होगा. इसी प्रकार मंडल अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. 50 प्रतिशत से अधिक जिलों में निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी. प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए केंद्र स्तर के पर्यवेक्षक आयेंगे. इनकी देखरेख में भी प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.

एक फरवरी से सक्रिय सदस्य बनाने की प्रक्रिया

प्रदेश भाजपा की ओर से 22 दिसंबर से सदस्यता अभियान की शुरुआत हो चुकी है. अब तक प्रदेश में तीन लाख से अधिक प्राथमिक सदस्य बन चुके हैं. इसको गति प्रदान करने के लिए जल्द ही प्रदेश स्तर पर अलग से अभियान चलाने को लेकर रणनीति बनायी जा रही है. प्राथमिक सदस्य बनाने की प्रक्रिया 31 जनवरी तक चलेगी. इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह में सक्रिय सदस्य बनाये जायेंगे. प्रयास किया जा रहा है कि फरवरी में ही बूथ से लेकर जिलाध्यक्ष तक के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाये. इसके बाद मार्च के पहले सप्ताह तक प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन हो पाये.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version