सीए सुमन ने दिलाया लिंकेज, इजहार ने सारा कोयला बनारस में बेच दिया, इडी ने तीन मार्च को मारा था छापा

हजारीबाग के कोयला व्यवसायी इजहार अंसारी ने लघु व मध्यम उद्योगों के नाम पर मिले सस्ते कोयले को बनारस की मंडी में बेचा है. राज्य सरकार की अनुशंसा पर कोल इंडिया ने इजहार की 13 कागजी कंपनियों को कोयला आवंटित किया था. वित्तीय वर्ष 2021-22 में इन कंपनियों को 2209.08 एमटी कोयले का लिंकेज मिला था.

By Prabhat Khabar News Desk | April 10, 2023 9:02 AM

रांची, शकील अख्तर. हजारीबाग के कोयला व्यवसायी इजहार अंसारी ने लघु व मध्यम उद्योगों के नाम पर मिले सस्ते कोयले को बनारस की मंडी में बेचा है. राज्य सरकार की अनुशंसा पर कोल इंडिया ने इजहार की 13 कागजी कंपनियों को कोयला आवंटित किया था. वित्तीय वर्ष 2021-22 में इन कंपनियों को 2209.08 एमटी कोयले का लिंकेज मिला था. लिंकेज दिलाने में सीए सुमन कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. साथ ही अफसरों के लिए कमीशन की वसूली की थी. इडी की जांच के दौरान इससे संबंधित सबूत मिले हैं. बिजली बिल की जांच से भी 13 कंपनियों के बंद होने की पुष्टि हुई है.

हजारीबाग के व्यापारी इजहार अंसारी के ठिकानों पर छापा

इडी ने तीन मार्च को हजारीबाग के व्यापारी इजहार अंसारी के ठिकानों पर छापा मारा था. छापामारी के दायरे में 13 कंपनियों को भी शामिल किया गया था. सभी कंपनियां एक ही व्यक्ति इजहार अंसारी की हैं. जांच के दौरान सभी कंपनियां बंद पायी गयीं. इडी ने जांच में पाया कि राज्य सरकार की अनुशंसा के आलोक में इन कंपनियों के लघु उद्योगों के नाम पर कोल इंडिया ने कोयला आवंटित किया था. वित्तीय वर्ष 2019-20 में इजहार की 13 कंपनियों में से नौ कंपनियों को लघु उद्योग के नाम पर कुल 14072.7 एमटी कोयला आवंटित किया गया था.

सीए सुमन ने दिलाया लिंकेज…

वित्तीय वर्ष 2020-21 में अपरिहार्य कारणों से इसकी 10 कंपनियों का लिंकेज समाप्त कर दिया गया था. लेकिन, वित्तीय वर्ष 2021-22 में सुमन के सहयोग से 13 कंपनियों को कुल 22009.08 एमटी कोयला आवंटित किया गया.

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इजहार और अधिकारियों के बीच की कड़ी था सीए सुमन कुमार

जांच में पाया गया कि सुमन ने इन 13 कंपनियों को आवंटित कोयले की मात्रा के हिसाब से कमीशन की गणना और पैसों की वसूली की. सिर्फ इतना ही नहीं सुमन ने अपने मोबाइल फोन के ‘सिगनल ऐप’ के सहारे इजहार की 13 कंपनियों से कमीशन के तौर पर वसूली गयी रकम और कंपनियों का नाम खान विभाग के अधिकारियों को भेजा. इजहार अंसारी भी अपनी कंपनियों द्वारा कोयले के उठाव का ब्योरा सुमन कुमार को मोबाइल के सहारे भेजा था. इसका उद्देश्य कोयले के उठाव के अनुरूप कमीशन की गणना और भुगतान से संबंधित है. हालांकि, इजहार अंसारी ने कोयला के उठाव के ब्योरा सुमन कुमार को भेजेने के कारणों के संतोषप्रद जवाब नहीं दिया.

सबूत मिटाने के उद्देश्य से अपना मोबाइल फोन तोड़ दिया

साथ ही छापामारी के दौरान उसके घर से जब्त किये गये 3.58 करोड़ रुपये का स्रोत बताने में असमर्थ रहा. सुमन कुमार ने इजहार की 13 कंपनियों के नाम आवंटित कोयले में कटौती नहीं करने का अनुरोध करते हुए इससे संबंधित मैसेज भी भेजा था. सुमन द्वारा भेजे गये मैसेज के आलोक में ही जेएमएमडीसी में कार्यरत अशोक कुमार को यह निर्देश दिया गया था कि वह इन 13 कंपनियों के कोटे में किसी तरह की कटौती करने का प्रस्ताव नहीं तैयार करें. सुमन कुमार के मोबाइल से मिले बातचीत के ब्योरे से इस बात पुष्टि होती है. हालांकि, तीन मार्च को छापामारी के दौरान अशोक कुमार ने सबूत मिटाने के उद्देश्य से अपना मोबाइल फोन तोड़ दिया.

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