पथ निर्माण को सड़क लौटाने की अनुमति देगा कैबिनेट, उसके बाद ही बन सकेगा बरियातू रोड
जानलेवा गड्ढों से भर गये बरियातू रोड की मरम्मत अब कैबिनेट द्वारा पथ निर्माण विभाग को लौटाने के बाद ही होगी. नगर विकास विभाग पूर्व में प्रस्तावित किये गये चार स्मार्ट सड़कों को पथ निर्माण विभाग को वापस कर रहा है.
रांची : जानलेवा गड्ढों से भर गये बरियातू रोड की मरम्मत अब कैबिनेट द्वारा पथ निर्माण विभाग को लौटाने के बाद ही होगी. नगर विकास विभाग पूर्व में प्रस्तावित किये गये चार स्मार्ट सड़कों को पथ निर्माण विभाग को वापस कर रहा है. इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट की स्वीकृति के लिए भेजने की प्रक्रिया चल रही है.
कैबिनेट द्वारा सड़कों को वापस करने की अनुमति देने के बाद ही उक्त सड़कों की मरम्मत होगी. वर्ष 2016 में राजधानी की चार सड़कों को स्मार्ट रोड बनाने का फैसला किया गया था. राजभवन से हरमू होते हुए बिरसा चौक (8.85 किमी), बिरसा चौक से रांची एयरपोर्ट (2.55 किमी), राजभवन से कांटाटोली (2.8 किमी) और राजभवन से बूटी मोड़ (7.4 किमी) तक की सड़क को स्मार्ट रोड बनाया जाना था. लेकिन, टेंडर होने और काम आवंटित करने के बाद भी याेजना जमीन पर नहीं उतर सकी. भूमि अधिग्रहण में मामला फंसने के बाद नगर विकास विभाग ने योजना स्थगित कर दी और उक्त सड़कों की देखरेख के लिए पथ निर्माण विभाग को वापस करने का निर्णय लिया.
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2016 में राजधानी की चार सड़कों को स्मार्ट रोड बनाने का फैसला किया गया था
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चार सालों से मरम्मत के अभाव में बदतर हो गयी है सड़कों की स्थिति
प्रतिदिन बिगड़ रही है सड़क की हालत : प्रस्तावित चारों सड़कों को स्मार्ट रोड बनाने का मामला फंस जाने के बाद उनकी मरम्मत भी नहीं हो पा रही है. पिछले चार वर्षों से मरम्मत के अभाव में सड़कों की स्थिति प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. राजभवन से बरियातू रोड होते हुए बूटी मोड़ जानेवाली सड़क की स्थिति सबसे बुरी है. बरियातू रोड में कई जगहों पर जानलेवा गड्ढे बन गये हैं. मरम्मत के अभाव में सड़क जर्जर होती जा रही है. राजभवन से कांटाटोली जानेवाली सड़क भी कई जगहों से टूट गयी है.
Post by : Pritish Sahay