रांची : इसे संयोग कहें या स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा, इस बार झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की छठी सिविल सेवा परीक्षा में एक घर से दो-दो अफसर निकल रहे हैं. कहीं दो सगी बहनें, तो कहीं दो सगे भाई या फिर पति-पत्नी ने एक साथ एक ही बार में इस परीक्षा में सफलता हासिल कर कीर्तिमान बनाया है. मानदेय बढ़ाने के लिए अपने अफसर के पास फरियाद करनेवाले दो पारा शिक्षकों ने भी आज खुद अफसर बनकर मिसाल कायम की है. प्रभात खबर ने कुछ एेसे ही होनहारों को ढूंढने का प्रयास किया है. राज मिस्त्री का दोनों बेटे बने अफसरगोमिया प्रखंड स्थित महुआटांड़ क्षेत्र के बड़कीपुन्नू पंचायत स्थित रविदास टोला में रहनेवाले राज मिस्त्री गणेश रविदास व फुनवा देवी के बड़े पुत्र अनिल रविदास व मंझले पुत्र अमित रविदास ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की है. एक ने प्रशासनिक और एक ने वित्त सेवा में सफलता हासिल की है. अनिल फिलहाल गढ़वा में राजस्व उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं.
जबकि, अमित छोटानागपुर कॉलेज रामगढ़ से डिग्री हासिल कर मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में पीओ के पद पर गया जिले में कार्यरत हैं.सगी बहनों ने किया कमालहजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड के हदारी गांव निवासी सेवानिवृत्त डीएसपी किशोरी राम की दोनों पुत्री सुषमा आनंद एवं इंदु आंनद ने सफलता हासिल की. दोनों सगी बहनें शुरू से ही पढ़ने में तेज रहीं. सुषमा पहले कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय इचाक में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी, फिर उसने नौकरी छोड़कर छोटी बहन इंदु के साथ मिलकर जेपीएससी सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी. पहली बार में सफलता नहीं मिली, तो अौर मेहनत की. दूसरी बार में दोनों बहनों ने सफलता हासिल कर ली. बड़ा भाई प्रदीप राम हदारी में ही इंग्लिश मीडियम स्कूल चलाते हैं, जबकि छोटा भाई रंजीत भी परीक्षा की तैयारी में जुटा है.पति अौर पत्नी बन गये अफसरहजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड के बादम निवासी गौतम कुमार व उनकी पत्नी सुमन गुप्ता ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की हैं. वर्तमान में रांची पुलिस लाइन में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं गौतम . वहीं, पत्नी सुमन गुप्ता हजारीबाग मुख्य डाकघर में पोस्टल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है. सुमन गुप्ता प्रशासनिक सेवा में टॉपर भी रही हैं. दोनों ने अपनी सफलता का श्रेय पिता बेनी महतो, मां शांति देवी के साथ गढ़वा में डिप्टी कलक्टर के पद पर कार्यरत बड़े भाई जागो महतो को दिया है.