रांची. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से आयोजित सामान्य स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (सीजीएल)-2023 में गड़बड़ी को लेकर छात्रों का विरोध तेज हो गया है. मंगलवार को हजारीबाग में प्रशासन द्वारा प्रदर्शनकारी छात्रों पर किये गये लाठीचार्ज का विरोध किया गया. लाठी चार्ज में कई छात्र गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घायल छात्र अस्पताल में इलाजरत हैं.
लाठीचार्ज से छात्रों व अभिभावकों में नाराजगी
लाठीचार्ज से छात्रों व अभिभावकों में नाराजगी है. झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने भी लाठीचार्ज का विरोध किया है. झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो के नेतृत्व में बुधवार को रांची में लाठीचार्ज के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया. शाम में जयपाल सिंह स्टेडियम से कैंडल मार्च अलबर्ट एक्का चौक के लिए रवाना हुआ. अभ्यर्थियों बैनर व कैंडल लिये नारेबाजी करते हुए चल रहे थे. अलबर्ट एक्का चौक पर कैंडल मार्च पहुंचा. यहां पर प्रदर्शनकारियों ने सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए रद्द करने की मांग की. अभ्यर्थियों ने नारेबाजी भी की.
प्रदर्शन के कारण जाम की स्थिति बनी रही
कैंडल मार्च व प्रदर्शन के कारण सड़क जाम की स्थिति बनी रही. सीजीएल परीक्षाफल में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा गया कि कट ऑफ अंक जारी नहीं कर सीधे चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की गयी है. पहले दिन 21 सितंबर की परीक्षा में सिर्फ 82 अभ्यर्थियों का ही चयन हुआ, जबकि दूसरे दिन 22 सितंबर को हुई परीक्षा में लगभग 2149 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. अभ्यर्थियों के भविष्य का ख्याल रखते हुए तत्काल डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन पर रोक लगाने की मांग की गयी. परीक्षाफल को रद्द कर पुनः पारदर्शिता के साथ परीक्षा आयोजित करने की मांग की गयी. कैंडल मार्च में देवेंद्र नाथ महतो के अलावा चंदन रजक, खगेन महतो, हर्षित सिंह, लक्ष्मी कुमारी, रवि मंडल, विजय, प्रभु, विष्णु आदि शामिल थे.
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