बीजेपी के 5 सांसद और 3 विधायकों सहित 41 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज, अर्जुन मुंडा ने राजनीतिक साजिश बताया
बीजेपी के सचिवालय घेराव को लेकर प्रशासन ने पांच सांसद और तीन विधायकों सहित 41 पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सभास्थल से ही लौटे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जबकि प्रदर्शनकारी दीपक, जयंत, बीडी राम और तुबिद नामजद नहीं हैं.
Jharkhand News: भाजपा की ओर से मंगलवार को हेमंत हटाओ, झारखंड बचाओ आंदोलन के तहत सचिवालय घेराव के क्रम में बैरिकेडिंग तोड़ने, बोतल व पत्थर से हमला करने, पुलिस व पत्रकार को घायल करने, निषेधाज्ञा तोड़ने के मामले में धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मजिस्ट्रेट उपेंद्र कुमार के बयान पर पांच सांसदों व तीन विधायकों सहित 41 पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का नाम भी प्राथमिकी में है. हालांकि, केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा और अन्नपूर्णा देवी प्रोटोकॉल के कारण सभास्थल से ही लौट गये थे. दोनों ही नेताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया था. पुलिस ने रांची सांसद संजय सेठ, गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे, चतरा सांसद सुनील सिंह, राज्यसभा सांसद समीर उरांव का नाम प्राथमिकी में दर्ज किया है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, मुख्य सचेतक विरंची नारायण और विधायक अमित मंडल को नामजद आरोपी बनाया गया है. इधर, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, सांसद जयंत सिन्हा, सांसद बीडी राम, पूर्व गृह सचिव जेबी तुबिद सहित कई आला नेताओं का नाम प्राथमिकी में नहीं है.
प्राथमिकी में क्या है
प्राथमिकी में कहा गया है कि सचिवालय घेराव करने जा रहे भाजपा कार्यकर्ता को धुर्वा गोलचक्कर पर जिला प्रशासन ने रोक दिया था. उसके बाद विरोधस्वरूप पथराव, बियर के बोतल से हमला, बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया गया था. पत्थरबाजी में एसडीओ दीपक कुमार दुबे, धुर्वा थाना प्रभारी विमलनंदन सिन्हा, धुर्वा के दारोगा नारायण सोरेन, सिपाही मनीष कुमार,संतोष कुमार शर्मा, अनिल महतो सहित अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गये. कुछ पत्रकार व छायाकार भी घायल हुए हैं. उक्त उपद्रवियों को समझाने एवं रोकने के सभी प्रयास विफल होने के बाद वरीय पदाधिकारी के आदेश पर वाटर कैनन से भीड़ पर पानी की बौछार, लाठी चार्ज किया गया था.
राजनीतिक षडयंत्र और व्याकुलता में लिया गया निर्णय : मुंडा
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सचिवालय घेराव कार्यक्रम के बाद सरकार की ओर से दर्ज किये गये प्राथमिकी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक षडयंत्र के तहत व्याकुलता में लिया गया निर्णय है. इन सारे मामलों को कोर्ट देखेगी. यह भी देखा जायेगा कि इसमें कितनी सत्यता है. सचिवालय घेराव में पुलिस की ओर से बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया. सरकार को ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए. इसी के विरोध में प्रदेश भाजपा की ओर से बुधवार को काला दिवस मनाया गया. आनेवाले दिनों में भी लोकतांत्रिक अधिकारों व मूल्यों के लिए पार्टी का प्रतिकार जारी रहेगा. यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है.
इन भाजपा नेताओं पर दर्ज की गयी प्राथमिकी
1. रांची सांसद संजय सेठ
2. सांसद चतरा सुनील कुमार सिंह
3. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास
4. विधायक बाबूलाल मरांडी
5. विधायक अमित मंडल
6. सांसद समीर उरांव
7. सांसद निशिकांत दुबे
8. सांसद अर्जुन मुंडा
9. श्यामनंदन ओझा, महामंत्री, पांकी
10. विधायक विरंची नारायण
11. आरती कुजूर
12. अमित कुमार रांची
13. प्रदीप मुखर्जी, जमशेदपुर
14. विकास कुमार पांडेय
15. शत्रुघ्न सिंह, पांकी, पलामू
16. दिलीप कुमार सिंह, गंगय खुर्द गोड्डा
17. अनीता सोरेन, प्रदेश कार्य समिति सदस्य
18. कुमकुम देवी, महिला मोर्चा प्रदेश प्रवक्ता
19. मुनचुन राय
20. कामेश्वर सिंह धुर्वा
21. उमेश यादव धुर्वा
22़ अमित भैया उर्फ अमित कुमार जामताड़ा
23. बिरेंद्र यादव, सिमडेगा
24़ कमलेश राम, बीआइटी मेसरा ओपी
25. ललित ओझा
26़ नीलम चौधरी
27. केके गुप्ता
28. साधु मांझी, पांकी पलामू
29. कुलवंत सिंह विंटी प्रदेश कार्य समिति सदस्य
30. विमल मरांडी, जिला अध्यक्ष एसटी मोर्चा दुमका
31. अशोक कुमार
32. आनंद यादव
33. रमेश सिंह
34. त्रिलोचन कुमार पासवान
35. रमेशनाथ तिवारी
36. संजू पांडेय
37. संजीव कुमार सिंह
38. अमरनाथ कुमार सिंह
39. ब्रजकांत केसरी
40. दीपक बड़ाइक
41. गुंजन यादव जमशेदपुर.